विमला वर्मा जी ने जिस अस्पताल को बनवाया उसमें ही उन्हें स्ट्रेचर धकेलने नहीं मिल पाए कर्मी,
परिजन खुद धकेलते ले गए स्ट्रेचर,
सरकारी एम्बुलेंस नहीं मिली,
कलेक्टर, एस पी, सिविल सर्जन, CMHO नहीं पहुचे,
डॉक्टर ने रस्म अदायगी की, फिर चलते बने . . .
कलेक्टर के निरीक्षण दर निरीक्षण के बाद इस तरह के हालात,
आखिर CS, CMHO को निलंबित करने का प्रस्ताव क्यों नही दे रहे कलेक्टर!