एक बार स्वामी विवेकानंद जी को एक धनी व्यक्ति ने सम्मान पूर्वक बुलाया। स्वामी जी उसके घर पहुंचे। तो धनी व्यक्ति बोला, हिंदू मूर्ति पूजा
प्रेरक प्रसंग
जब सरी सक्ती को कबूलना पड़ा उस मासूम का नजराना
सरी सक्ती अपने वक्त के आला दर्जे के सूफी संत थे। उनकी सादगी बड़ी मशहूर थी। वह जल्दी किसी से कुछ लिया नहीं करते
दुर्गा पूजा में शामिल होने से सुभाष चन्द्र बोस ने कर दिया था इनकार
उन दिनों बंगाल बाढ़ की मार से जूझ रहा था। बहुत-से गांव बाढ़ में डूबकर पूरी तरह बर्बाद हो चुके थे। लोगों को हर
बाँस का पेड़
एक गाँव में रामू नाम का किसान रहता था, उसके कुछ बड़े सपने थे। वह अपनी खेती से खुश नहीं था और अलग फसल
असली हीरे की पहचान
भंवरपूर के राजा अक्सर अपनी महल के बाहर दरबार लगाया करते थे, जहाँ वे अपनी प्रजा की बातों को गंभीरता से सुनते और उनकी
सच्ची प्रार्थना
चीन में एक बहुत ही प्रसिध्द और महान दार्शनिक हुए जिनका नाम है- कन्फ्यूशियस। कन्फ्यूशियस एक बार उनके शिष्यों के साथ सैर पर निकले,
सबसे बड़ा जोखिम
तीर्थ यात्रा का समय था। पति-पत्नी दोनों ही इसका लाभ लेना चाहते थे। दोनों बड़े ही धार्मिक प्रवृत्ति के थे। पर वो जिन धामों
सबसे बड़ी गलती, सुधार जारी है!
पिताजी एक अच्छे चित्रकार थे, वे प्रतिदिन अच्छे-अच्छे चित्र बनाकर बाजार में बेचने जाया करते थे… उन्होंने अपने बेटे को भी यह कला सिखाई
सब्र का फल
बंदरों का एक बहुत बड़ा दल आम के बाग में निवास किया करते थे. बन्दर जब भी आम तोड़ने का प्रयास करते इस बीच
बड़ा फर्क . . . .
एक आदमी सुबह सवेरे समुद्र के किनारे टहल रहा था। उसने देखा कि लहरों के साथ सैकड़ों स्टार मछलियाँ तट पर आ जाती हैं।