बदलते मौसम में बढ़ रहा है वायरल इंफेक्शन का खतरा!

पर्यावरण में आए बदलाव के चलते शहर और ग्रामीण इलाकों में वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैल रहा है। बदलते मौसम से वायरल इंफेक्शन होना आम बात है। लेकिन यह संक्रमण दैनिक जीवन को प्रभावित करता है। इसे नज़रअंदाज करना हानिकारक हो सकता है। वायरल संक्रमण से गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार हो सकता है। इसका तुरंत इलाज करने की जरूरत है।
इसलिए पिछले कुछ दिनों से सर्दी, बुखार, खांसी, शरीर में दर्द, पेट दर्द जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। कोरोना के साथ-साथ मंकी पॉक्स और स्वाइन फ्लू के मरीज भी बढ़ रहे हैं। वहीं, बच्चों की बीमारियों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। आइए जानते हैं कौन से लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान-
इन लक्षणों के दिखने पर हो जाएं सावधान
वायरल संक्रमण के फैलने के पीछे भीड़ और मानसून मुख्य कारण हैं। हाल के दिनों में बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द की शिकायत करने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। वायरल संक्रमण वाले मरीजों में छींक आना, नाक बहना और आंखों में जलन आम लक्षण हैं। यदि ऐसे लक्षण किसी व्यक्ति में आपको दिखता है तो उससे दूरी बनाकर रखें और यदि आपमें ऐसे कोई लक्षण नजर आ रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
घर के आस-पास रखें सफाई
लगातार हो रही बारिश से मच्छरों की संख्या भी बढ़ गई है। ठहरे हुए पानी में मच्छर पनपते हैं। इसके चलते डेंगू। मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें। समय-समय पर रुके हुए पानी को साफ करते रहें। चूंकि नमी वाला वातावरण इन्फ्लूएंजा वायरस के फलने-फूलने के लिए सबसे अच्छा होता है।
हल्दी का प्रयोग है फायदेमंद
अगर आपको बदन दर्द, नाक बंद, हल्का बुखार जैसी समस्या हो रही है तो रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पी लें। आप हल्दी और शहद का पेस्ट बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। हल्दी में एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो इम्युनिटी को मजबूत करते हैं और वायरल इंफेक्शन से हमारी रक्षा करते हैं।
(साई फीचर्स)