सफर में अगर होती है उल्टी तो . . .

सफर के दौरान अधिकतर लोगों को उल्टी, चक्कर और जी मिचलाने की परेशानी होती है। ये मोशन सिकनेस के कारण होता है। कई लोगों का यह मानना है कि लम्बे समय के बाद सफर पर निकलने से ऐसा होता है, लेकिन यह समस्या उन लोगों के साथ भी है, जो हमेशा ट्रिप पर जाते रहते हैं। खासकर पहाड़ी इलाकों में सफर के दौरान उल्टी होने की शिकायत होती है। इस समस्या के कारण अगर आप भी इससे परेशान होते हैं तो इन टिप्स और तरीकों को अपना सकते हैं।

 

मोशन सिकनेस से छुटकारे के टिप्स

अदरक- सफर के दौरान अगर आपका जी मिचलाता है या फिर उल्टी होती है तो आप अपने साथ अदरक रखें। जब भी मोशन सिकनेस हो तो अदरक को छीलें और फिर एक छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखें। लंबे रास्ते के दौरान आप इस नुस्खे को अपनाएं। अदरक मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करता है। कई लोग मानते हैं कि जिंजरोल की उपस्थिति और इसका स्वाद मितली और मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

पेपरमेंट- ट्रैवल के दौरान अपने साथ पेपरमिंट ऑयल की एक बोतल रखें। इस तेल की दो से तीन बूंदें अपने रुमाल पर डालें और सफर के दौरान इसे सूंघें। ऐसा करने पर आपको काफी राहत मिलेगी। पुदीना में मेन्थॉल होता है जो पाचन को आसान बनाता है। इसमें बहुत तेज खुशबू भी होती है जो मतली के लक्षणों को रोकने में मदद करती है।

नींबू- सफर के दौरान हमेशा अपने साथ एक नींबू जरूर रखें। आप या तो नींबू को सूंघते रह सकते हैं या इसे आधा काटकर चूस सकते हैं।

यह तभी करना है जब आपको मोशन सिकनेस का अनुभव हो। नींबू प्रकृतिक तौर पर एसिडिक होते हैं। ऐसे में ये आपके पेट के एसिड को बेअसर कर देती है और मतली को कम करती है। नींबू की तेज और खट्टी खुशबू मोशन सिकनेस के लक्षणों से राहत दिलाती है।

खूब पानी पीएं- पर्याप्त पानी और दूसरी लिक्विड चीजें  पीकर हाइड्रेटेड रहना मोशन सिकनेस से निपटने का एक और तरीका है। डिहाईड्रेशन के कारण मोशन सिकनेस के लक्षण बढ़ जाते हैं।

 

मोशन सिकनेस को रोकने के टिप्स

आराम से रहें और यात्रा करते समय अपने शरीर को तनाव न दें।

चलते वाहन में पढ़ने, लिखने या टाइप करने जैसी गतिविधियों से बचें।

शराब पीने से बचें, खासकर ट्रेवल से पहले।

ताजी हवा में सांस लें।

धूम्रपान छोड़ें।

(साई फीचर्स)