कर्नाटक चुनाव से पहले प्रियंका गांधी का बड़ा दांव!

(ब्यूरो कार्यालय)

बंग्लुरू (साई)। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कर्नाटक में पार्टी को जीत दिलाने के लिए सक्रिय नजर आ रही है।

सोमवार (16 जनवरी) को कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने एक सम्मेलन में वादा किया कि अगर राज्य में कांग्रेस (Congress) को सत्ता मिली तो घर की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे। मालूम हो कि कर्नाटक में इस साल मई के आसपास विधानसभा चुनाव होने हैं।

बता दें कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) द्वारा पैलेस ग्राउंड्स में आयोजित किए गए ना नायाकीकार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने कर्नाटक की महिलाओं से वादा किया कि सत्ता में आने के बाद गृहलक्ष्मी योजनाके तहत गृहणी के खाते में हर साल सीधे 24,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। गौरतलब है कि इससे कुछ ही दिन पहले पार्टी ने राज्य में प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली देने का भी वादा किया था।

कांग्रेस ने कहा कि गृहलक्ष्मी योजनाका मकसद घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों और महंगाई की बोझ से दबी गृहणियों की सहायता करना है। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी चाहती है कि राज्य में महिलाएं सशक्त हों और अपने पैरों पर खड़े हों। पार्टी ने कहा कि कर्नाटक की हर महिला को कांग्रेस आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।

वादे को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इस बार चुनाव में राज्य की महिलाओं के लिए अलग से चुनावी घोषणापत्र जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामले में चरम पर है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे पता चला है कि कर्नाटक में हालात बहुत खराब हैं। यहां की सरकार में मंत्री हर काम में 40 फीसदी दलाली ले रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में जनता के 1.5 लाख करोड़ रुपये हड़प लिए गए। उन्होंने कहा कि आप सोचें, बेंगलुरु में आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से कोई विकास कार्य हुआ है जिसमें से 3,200 करोड़ रुपये दलाली में चले जाते हैं।

प्रियंका गांधी ने पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती में कथित घोटाले का उदाहरण दिया और कहा कि राज्य में बिना रिश्वतखोरी के कोई गाड़ी आगे नहीं बढ़ती। उन्होंने सवाल किया, “आप अपने बच्चों को इसलिए पढ़ाते हैं कि उन्हें नौकरियां मिले, लेकिन यहां तो पुलिस के पद भी बेचे जा रहे हैं। क्या आप सत्ता में बैठे लोगों से यही उम्मीद करते हैं? उन्होंने कहा कि आज हालत यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, आवास, तबादले से लेकर लगभग हर सरकारी काम के लिए पैसा देना पड़ता है।