प्रधानमंत्री के रडार पर आते दिख रहे देवेंद्र फड़नवीस!

मंत्रिमण्डल फेरबदल की अटकलों के बीच नेताओं की गणेश परिक्रमा जारी . . .
(लिमटी खरे)


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के बीच सामंजस्य का अभाव दिखाई देने लगा है। देवेंद्र फड़नवीस के कदमताल देखकर यही लग रहा है कि एकनाथ शिंदे के कमजोर होते ही वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होना चाह रहे हैं। फड़नवीस के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर शह और मात का खेल खेला जाने लगा है।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंबई दौरे के पूर्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस दोनों की प्रधानमंत्री की यात्रा को अंतिम रूप देने और सुझाव मशविरे के लिए दिल्ली पहुंचे थे। इसी दौरान ऐसा कुछ घटा जिसकी उम्मीद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को कतई नहीं थी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले दिनों जब देवेंद्र फड़नवीस अपने साथ्ज्ञ महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को लेकर प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे तब देवेंद्र फड़नवीस ने प्रधानमंत्री को एकनाथ शिंदे की शिकायतों (चुगली) से लवरेज कर दिया।
सूत्रों का कहना था कि कुछ बातें सुनने के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रशेखर बवानकुले को कुछ देर बाहर इंतजार करने की बात कहते हुए कमरे से विदा कर दिया। इसके बाद नरेंद्र मोदी का नजला सीधे देवेंद्र फड़नवीस पर टूट गया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद जो हुआ उसकी उम्मीद देवेंद्र फड़नवीस को शायद ही रही होगी।
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फड़नवीस को साफ शब्दों में कह दिया कि एकनाथ शिंदे ‘अगर‘ हटते भी हैं तो आप (देवेंद्र फड़नवीस) मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे! पीएम ने फड़नवीस को कहा कि वे अपने काम से काम रखें, और एकनाथ शिंदे के कामों में न तो हस्ताक्षेप करें और न ही उन्हें डिस्टर्ब करने की कोशिश करें!
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को यह भी कहा कि पार्टी ने उन्हें (देवेंद्र फड़नवीस को) पहले ही जरूरत से ज्यादा दिया है, अब उनकी (देवेंद्र फड़नवीस की) बारी है पार्टी को कुछ देने की . . .! बताते हैं कि इसके बाद देवेंद्र फड़नवीस प्रधानमंत्री से मिलकर जब निकले तो उनकी भाव भंगिमाएं देखने लायक थीं, लग रहा था मानो उनके सारे अरमानों पर ही पानी फेर दिया गया हो!
(लेखक समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संपादक हैं.)
(साई फीचर्स)