यज्ञ मंडप में किया गया देवताओं का अव्हान, प्रतिमाओं का हुआ अन्नाधिवास

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मुख्यालय के छिंदवाड़ा चौक में स्थित प्राचीन गणेश मंदिर में स्थापित भगवान गणेश व रिद्धि-सिद्धि की मूर्तियों को नवीन परिसर में स्थापित करने के लिए विगत 31 जनवरी से 4 दिवसीय कार्यक्रम आरंभ हो गया है। मंगलवार को आयोजन स्थल पर बालरूप हनुमान मंदिर समिति द्वारा सुंदरकांड की संगीतमय प्रस्तुती दी गई।

बुधवार 1 फरवरी को एकादशी तिथी में प्रात: 9 बजे से यज्ञ मंडप में अवाहित देवताओं का पूजन कर ब्राम्हण बटुकों द्वारा गणेश अर्थशीर्षिका पाठ किया गया, तत्पश्चात 10.30 बजे गणेश रिद्धि-सिद्धि की प्रतिमाओं को अन्नाधिवास कराया गया। इसके बाद अग्रि स्थापन कर हवन पूजन प्रकांड पंडितों की उपस्थिति में हुआ।

ज्ञात रहे कि इस कार्यक्रम में पंडित जानकी वल्लभ भाई मिश्र के आचार्यतत्व में पं. भूपेन्द्र तिवारी, पं. शरद शर्मा, पं. विवेक अग्रिहोत्री, पं. विपुल मिश्रा, पं. वकुल तिवारी, ऋषि दुबे, हिमांशु शर्मा, अभिषेक तिवारी, शिवम शुक्ला, नीरज तिवारी, सुधीर तिवारी, अर्णव भार्गव, सिद्धार्थ दुबे व शिव तिवारी द्वारा सभी अनुष्ठान करवाये जा रहे है। बुधवार की शाम को 5 बजे रिद्धि-सिद्धि व गणेश प्रतिमाओं को वस्त्र एवं फलों से अधिवास किया गया।

आयोजन समिति से मिली जानकारी अनुसार गुरूवार की सुबह प्रात: 9 बजे से अवाहित देवताओं का पूजन कर हवन के उपरांत पुष्पाधिवास व मिष्ठानाधिवास होगा, दोपहर 3 बजे से प्रतिमाओं की भव्य शोभायात्रा श्री गणेश मंदिर छिंदवाड़ा चौक से निकाली जायेगी, शाम 5 बजे सभी भगवान नवीन मंदिर परिसर के समीप पहुंचेगे जहां उनका  108 कुंभों द्वारा अभिषेक कराया जायेगा, इसके पश्चात मंत्रोच्चार के साथ भगवान नवीन गर्भग्रह में प्रवेश करेंगे।

आगामी 3 फरवरी को निरंजनी पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज के सानिध्य में नवीन परिसर गणेश मंदिर में मूर्तियों की स्थापना विधि विधान के साथ होगी, इसके पश्चात हवन पूजन व विशाल भंडारे का आयोजन भी गणेश मंदिर समिति सिवनी द्वारा किया गया है।