चांद और शुक्र के मिलन का अद्भुत नजारा देखकर रोमांचित हुए लोग

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। आसमान में शुक्रवार शाम जो नजारा दिखा उसे देखकर हर किसी ने अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश की। चैत्र नवरात्र पर्व के तीसरे दिन आसमान में दिखी इस खगोलीय घटना को लोग मां चंद्रघंटा का चमत्कार मान रहे हैं। शुक्र ग्रह और चंद्रमा के मिलन का नजारा ऐसा दिखा कि लोगों की निगाहे आसमान की ओर टिकी रहीं।

चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की आराधना होती है। ऐसे में आसमान में चंद्रमा के साथ शुक्र ग्रह की आभामंडल को देखकर हर कोई इसे मां चंद्रघंटा का चमत्कार मान रहा था। मंदिरों से शाम होते ही अलाउंस मेंट भी किया गया कि आसमान में मां चंद्रघंटा आसमान में चैत्र नवरात्र के पर्व पर भक्तों को दर्शन दे रहीं हैं। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए लोग अपने घरों की छतों पर चढ़ गए और इस ऐतिहासिक खगोलीय घटना को अपने कैमरे में कैद करते नजर आए।

खगोलीय घटना के वैज्ञानिक मायने अलग है। पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा और सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह शुक्र के कंजंक्शन से यह दुर्लभ नजारा आसमान में दिखाई दिया। चंद्रमा और शुक्र ग्रह के बीच आज सबसे कम कोणीय दूरी रही और चंद्रमा के ठीक नीचे शुक्र ग्रह चमकता हुआ दिखा। एस्ट्रो फ़ोटोग्राफ़र के लिए ये एक यादगार नज़ारा तो था ही लेकिन जनसामान्य ने भी इस घटना को अपने कैमरे में कैद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चन्द्रमा धनु राशि में है और शुक्र मकर राशि में है। ग्रहों का ये संयोग कई मायनों में लाभप्रद योग प्रदान करता है। 25 से 30 मार्च तक बृहस्पति, मंगल, युरेनस, शुक्र और चांद एक ही रेखा में रहेंगे, यूं कहें कि अंतरिक्ष में इन ग्रहों की परेड होने वाली है। शुक्रवार को सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा, सबसे सुंदर ग्रह दैत्य गुरु शुक्र के साथ दिखाई दिए, जिसे खगोलीय भाषा में चंद्रमा-शुक्र युति कहते हैं। ऐसा संयोग कभी-कभी ही प्राप्त होता है।