दुनिया में अमीर लोगों की कोई कमी नहीं है। अमीर शब्द का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में तमाम उद्योगपतियों का ख्याल आता है। पहले के जमाने में राजा-महाराजाओं, बादशाहों, निजामों के पास बेशुमार दौलत का खजाना था जिनकी कहानियां हम आज भी सुनते आ रहे हैं। हालांकि आज हम उस शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इतिहास का सबसे अमीर आदमी माना जाता है। कहा जाता है कि इनसे ज्यादा अमीर कोई भी नहीं था। आइए इतिहास के सबसे अमीर शख्स के बारे में पूरी बात जानते हैं।
अमरीका के ‘मनी’ मैगजीन में ‘इतिहास के सबसे अमीर आदमी’ का परिचय मनसा मूसा प्रथम के बारे में है। मनसा मूसा टिम्बकटू के राजा थे। वैसे तो उनका वास्तविक नाम मूसा कीटा प्रथम था ,लेकिन जब वह गद्दी संभाले तब से उन्हें मनसा कहा जाने लगा जिसका अर्थ बादशाह होता है। मनसा मूसा ने करीब 1312 से 1337 तक शासन किया और इसी दौरान उन्होंने अरबों की सम्पत्ति जुटाई।
एक वक्त ऐसा था जब पूरी दुनिया में सोने की मांग सबसे ज्यादा थी। उस दौरान माली में खनिज पदार्थों खासकर सोने का अपार भंडार था। उस वक्त माली पर मूसा का राज था। अब जाहिर सी बात है कि इन दिनों उन्हें खूब मुनाफा हुआ होगा। माली साम्राज्य का यह राजा अफ्रीका के जंगलों में रहता था हालांकि अगर आज मूसा जीवित रहता तो दुनिया का सबसे अमीर शख्स कहलाता।
मनसा मूसा की दौलत का हिसाब लगाना वाकई में बेहद मुश्किल है। सेलिब्रिटी नेटवर्थ नामक एक वेबसाइट की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि उनके पास 400 बिलियन डॉलर की सम्पत्ति थी। उस दौर में जिस इंसान के पास इतना पैसा था अगर वह आज जीवित रहता तो उनसे बढ़कर और कोई नहीं होता। भारतीय मुद्रा में उस वक्त उनके पास करीब ढाई लाख करोड़ रुपये थे।
सन 1324 में मनसा मूसा मक्का की यात्रा पर जा रहे थे। इस सफर में उन्होंने साढ़े छह हजार किलोमीटर का फासला तय किया था। जिन लोगों को उन्हें देखने की चाह थी वे सभी उनके कारवां के पास पहुंचे। लोगों ने जो देखा उसे देख कोई भी दंग रह जाता।
मनसा मूसा के कारवां में करीब 60 हजार लोग शामिल थे। इनमें से 12 हजार तो केवल सुल्तान के निजी अनुचर थे। वह जिस घोड़े पर सवार थे, उसके आगे 500 लोगों का दस्ता चल रहा था और इनमें से सभी के हाथों में सोने की छड़ी थी। सभी रेशम का वस्त्र पहने हुए थे।
कारवां में 80 ऊंटों का जत्था भी था। इन पर 136 किलो सोना लदा हुआ था। कहा जाता है कि जब वह मिस्र की राजधानी काहिरा से गुजर रहे थे तो उन्होंने गरीबों को इतना दान दिया था कि उस इलाके में बड़े पैमाने पर महंगाई बढ़ गई थी। इससे एक बात तो साफ है कि मनसा मूसा काफी उदार थे।
मनसा मूसा ने करीब 25 वर्षों तक शासन किया था। वर्तमान दौर का घाना, टिम्बकटू और माली उनके साम्राज्य का हिस्सा था। दुख की बात तो यह है कि उनकी मौत के बाद उनके कारोबार को अगली पीढ़ियां संभाल नहीं पाईं। ऐसा माना जाता है कि उन दिनों लंबे गृहयुद्ध और विदेशी फौजों के आक्रमण के चलते इस साम्राज्य का पतन हो गया।
(साई फीचर्स)