एक औरत कोमा में चली गई . . .
पति मुर्दा समझ के जलाने चला
रास्ते में अर्थी खम्भे में टकरा गई
और औरत को होश आ गया . . .
और उसे वापस घर ले आये ..!
1 साल बाद औरत सच में मर गई .
सब लोग राम नाम सत्य
बोलते जा रहे थे . . .
लेकिन. . .!
पति की जुबान पर एक ही बात थी . . .
.
.
.
.
.
खम्भा बचा के . . .!
खम्भा बचा के . . .!
खम्भा बचा के . . .!
(साई फीचर्स)

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.