‘लकी चेयर’ पर फिर से नरेंद्र मोदी को बिठाने की तैयारी

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

लखनऊ (साई)। पांच साल से भी अधिक समय से कांच के बक्से में रखी एक लकड़ी की कुर्सी फिर से चर्चा में है।

दरअसल, चुनावी माहौल में इस कुर्सी को बीजेपी के लिए शुभ माना जाता है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का मानना है कि यह कुर्सी पार्टी के लिए काफी भाग्यशाली है क्योंकि जब-जब नरेंद्र मोदी इस कुर्सी पर बैठे हैं, बीजेपी कानपुर के आसपास की सीटें तो जीती ही है, साथ ही केंद्र और प्रदेश में भी पार्टी को अभूतपूर्व सफलता मिली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार यानी 8 मार्च की रैली के लिए एक बार फिर इसे रंग-रोगन कर तैयार किया जा रहा है। बीजेपी नेताओं की इच्छा है कि प्रधानमंत्री मोदी फिर इसी कुर्सी पर बैठें और एक बार फिर केंद्र में मोदी सरकार बने। भारतीय जनता पार्टी कानपुर के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने कहा, ‘2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपनी पहली चुनावी विजय शंखनाद रैली 19 अक्टूबर 2013 को इंदिरा नगर मैदान में की थी तब इस कुर्सी पर वह पहली बार बैठे थे।

मैथानी ने बताया कि अप्रैल 2014 में कोयला नगर में लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम की रैली एक बार फिर कानपुर के कोयला नगर मैदान में हुई तो फिर मोदी इसी कुर्सी पर बैठे। इसके बाद वह देश के प्रधानमंत्री बन गए। मैथानी कहते हैं, ‘इसके बाद सितंबर 2016 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने निराला नगर मैदान में एक चुनावी सभा की थी जिसमें एक बार फिर वह इसी कुर्सी पर बैठे थे और 2017 में उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी थी।

उन्होंने कहा कि इसके बाद से बीजेपी नेता यह मानने लगे कि जब-जब मोदी इस कुर्सी पर बैठते हैं तो प्रदेश में बीजेपी को भारी जीत मिलती है। यही वजह है कि बीजेपी ने इस कुर्सी को उस डीलर से खरीद लिया, जिसने रैली के लिए इसे मुहैया कराया था। बाद में इसे बीजेपी कार्यालय में शीशे के एक बक्से में धरोहर के रूप में रख दिया गया था और आज भी यह पूरी तरह से सुरक्षित है।