भाजपा को नए अध्यक्ष मिलने में हो सकता है कुछ विलंब . . .

पहलगाम आतंकी हमले के समय सभी दिख रहे मोदी सरकार के साथ खड़े . . .
(लिमटी खरे)
वर्तमान हालातों में विश्व के सबसे बड़े राजनैतिक दल को अपना राष्ट्रीय मुखिया मिलने में अब कुछ और विलंब हो सकता है। भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने का वक्त थोड़ा सा बढ़ता प्रतीत हो रहा है। इस वर्ष जनवरी माह में ही भाजपा के नए मुखिया को चुन लिया जाना चाहिए था किन्तु अब तक भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के मामले में शायद एक राय न बन पाने से यह टलता ही जा रहा है।
भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के एक नेता ने ‘ऑफ द रिकार्ड चर्चा‘ के दौरान समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि वर्तमान में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के उपरांत उपजी परिस्थितियों के कारण भाजपा के संगठनात्मक चुनाव कुछ समय के लिए रोक दिए गए हैं। जैसे ही हालात सामान्य होंगे, उसके बाद ही एक बार फिर भाजपा की संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया को पटरी पर लाने की कवायद की जा सकती है।
यहां यह उल्लेखनीय होगा कि भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल 2024 में ही समाप्त हो चुका है। इस साल जनवरी में नए चुनाव कराए जाकर भाजपा के नए अध्यक्ष की ताजपोशी की जाना चाहिए थी, किन्तु अपरिहार्य कारणों से यह टलता ही चला गया।
देखा जाए तो वर्तमान में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के उपरांत देश भर में एक तरह से राजनैतिक गतिविधियों पर विराम सा लग गया है। सभी राजनैतिक दलों की नजरें अब सरकार पर टिकी दिखाई दे रहीं हैं कि देश में पर्यटकों की उनकी पहचान पूछकर, नाम पूछकर की गई नृशंसा हत्या के बाद सरकार किस तरह का कदम उठाती है। इसके लिए कमोबेश सभी राजनैतिक दल सरकार के साथ ही खड़े प्रतीत हो रहे हैं।
और तो और मुस्लिम संगठनों के द्वारा भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कदमताल किए जाने के संकेत भी मिल रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा की इस घड़ी में सरकार के द्वारा लाए गए वक्फ विधेयक का विरोध भी देश भर में रोक दिया गया है। कुल मिलाकर सभी इस समय सरकार के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं जो इस आपदा की घड़ी में कठोर कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीना वास्तव में 56 इंच का करने के लिए पर्याप्त माना जा सकता है।
(साई फीचर्स)

लिमटी खरे

43 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं. दिल्ली, मुंबई, नागपुर, सिवनी, भोपाल, रायपुर, इंदौर, जबलपुर, रीवा आदि विभिन्न शहरों में विभिन्न मीडिया संस्थानों में लम्बे समय तक काम करने का अनुभव, वर्तमान में 2008 से लगातार "समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया" के 'संस्थापक संपादक' हैं. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.