उग्रवाद रोकने को पंजाब में एनएसजी का रीजनल हब बनाने की तैयारी

 

 

 

 

कश्मीर पर भी रहेगा ध्यान

(ब्यूरो कार्यालय)

अमृतसर (साई)। पंजाब में बढ़ती उग्रवादी गतिविधियों को देखते हुए केंद्र सरकार राज्य में नैशनल सिक्यॉरिटी गार्ड्स (एनएसजी) का रीजनल हब सेंटर बनाने के बारे में सोच रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और पंजाब सरकार इस सेंटर के लिए विस्तृत प्लान तैयार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए पंजाब सरकार को कहा गया है कि वह पठानकोट या अमृतसर में जमीन उपलब्ध कराए।

अधिकारियों के मुताबिक, इस हब में एनएसजी कमांडोज की ऐसी टीम होगी, जो आंतक विरोधी गतिविधियों को रोकने का काम करेगी। यह टीम पंजाब के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में भी सक्रिय रहेगी। नाम जाहिर ना करने की शर्त पर गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पंजाब सरकार से इस प्रस्ताव के बारे में चर्चा की गई है। वे एनएसजी हब के लिए पठानकोट में जमीन उपलब्ध कराने को तैयार हैं जबकि बेहतर गतिविधि और सहयोग के लिए अमृतसर में जमीन उपलब्ध कराने की बात कह रहे हैं।

समूचे पहाड़ी क्षेत्र पर चौकस नजर रखेगा यह सेंटर

पिछले साल जम्मू-कश्मीर में बंधक बनाने के एक मामले में एनएसजी कमाडोंज को तैनात किया गया था। जबकि पहले श्रीनगर में उनकी एंट्री पर रोक थी। अगर पंजाब में एनएसजी हब खोलने का यह प्रस्ताव स्वीकार होता है तो मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नै और गुजरात के बाद यह 6वां सेंटर होगा, जिसे 2008 के मुंबई हमले के बाद खोला जाएगा। यह सेंटर जब काम करना शुरू करेगा तो उत्तर भारत के समूचे पहाड़ी इलाकों का कार्यभार इसी पर होगा।

हाल ही पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में उन्होंने पंजाब में फिर से पनप रहे उग्रवाद और आतंकवाद का उठाया था। अमरिंदर सिंह ने उन इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स का भी जिक्र किया था, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान से संचालित होने वाले कुछ गिरोह करतारपुर कॉरिडोर के जरिए खालिस्तान आंदोलन को हवा दे सकते हैं।

सेंटर बनने तक पंजाब पुलिस की कमांड में तैनात होंगे एनएसजी कमांडो

हाल में बॉर्डर के पास कथित रूप से ड्रोन की मदद से भारी मात्रा में हथियार और कम्युनिकेशन हार्डवेयर की डिलिवरी हुई थी। इस मामले में गृह मंत्रालय ने एनआईए जांच के देश दिए हैं। एक अधिकारी ने इस बारे में कहा, ‘एनएसजी के कमांडो पंजाब पुलिस की स्पेशल फोर्स को आतंकवाद से लड़ने और बंधक बनाए जाने के केसों से निपटने की स्पेशल ट्रेनिंग देंगे।

एनएसजी की टीम राज्य का दौरा करेगी और राज्य सरकार से बातचीत के बाद गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जबतक यह सेंटर बनकर तैयार नहीं होगा, तब तक के लिए एनएसजी की मानेसर यूनिट के कमांडोज को लाकर पंजाब पुलिस की कमांड में तैनात किया जाएगा।

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