(ब्यूरो कार्यालय)
वाराणसी (साई)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के चिंतक और संगठनकर्ता पं.दीनदयाल उपाध्याय की पंच धातु से बनी 63 फीट ऊंची प्रतिमा वाराणसी में लगेगी। जयपुर में प्रतिमा तैयार हो गई है। इसी महीने इसे वाराणसी लाकर स्थापित किया जाएगा। प्रतिमा को जयपुर से कानपुर, इलाहाबाद, मोहन सराय होते हुए यहां तक लाने के दौरान कंपनी की टीम साथ रहेगी।
वाराणसी और चंदौली सीमा पर पड़ने वाले पड़ाव इलाके में पंडित दीनदयाल उपाध्याय संस्थान की स्थापना का काम चल रहा है। संस्थान परिसर के पास ही चौराहे पर पंडित जी की प्रतिमा लगनी है। प्रतिमा तैयार करने की जिम्मेदारी जयपुर की कंपनी शिल्पम को सौंपी गई है। कंपनी ने पांच धातुओं को मिलकार मैटेरियल तैयार करने के साथ उसकी ढलाई भी पूरी कर ली है। अब बस प्रतिमा को वाराणसी लाकर खड़ा किया जाना है।
पंडित जी से जुड़ीं वस्तुएं रखी जाएंगी संस्थान में
वाराणसी विकास प्राधिकरण के जोनल अधिकारी राजकुमार ने बताया कि प्रतिमा के 352 टुकड़ों को आठ बड़े टुकड़ों में जोड़कर जयपुर से लाया जाएगा। प्रस्तावित स्थल पड़ाव तक प्रतिमा लाने के लिए शिल्पम कंपनी के कर्मचारियों की टीम ने सर्वे कर लिया है, जिससे रास्ते में कोई परेशानी न हो। उधर, जिस पड़ाव चौराहे पर प्रतिमा लगाई जाएगी उससे जुड़े सभी मार्गों पर 400 मीटर तक रंग-बिरंगे ईंटों से इंटरलॉकिंग की जाएगी। संस्थान में दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से जुड़ी वस्तुएं रखी जाएंगी। वहां लैंड स्केपिंग के साथ ही वैदिक उद्यान, पार्क आदि बनना प्रस्तावित है।