(शोभा खरे)
मुंबई (साई)। यह माना जाता है कि यदि किसी मरीज को सूखी खाँसी है तो उच्च शिक्षित कोई भी डॉक्टर उसका उपचार कर ही नयी पायेगा।
दरअसल, ऐलोपैथी में ऐसी कोई दवा बनी ही नहीं जो सूखी खाँसी को ठीक कर सके। लोग रेडिमेड लाईफ के गुलाम हो गये हैं। महिलाएं इन दिनों घर में रोटियां बनाना पसंद नहीं करतीं, दवाओं के नियम कौन याद रखे। यही कारण है कि लोग आयुर्वेद से भाग जाते हैं लेकिन यदि आपके परिवार में किसी को सूखी खाँसी है और आप कई डॉक्टर बदल चुके हैं तो अब से घरेलू उपाय अपनाकर देखिये। थोड़ा परिश्रम लगेगा परंतु उपचार आयुर्वेद में ही है।
खाँसी दो प्रकार की हो सकती है सूखी खाँसी और बलगम वाली खाँसी। सूखी खाँसी से किसी तरह का थूक या बलगम नहीं बनता, इस प्रकार की खाँसी नाक या गले के विषाणुजनित संक्रमण के दौरान होती है। सूखी खाँसी से ये एहसास होता है के जैसे हमारे गले में कुछ अटक गया हो और खाँसने के बावजूद भी निकल न रहा हो।
सूखी खाँसी के कारण
साईनस का संक्रमण, धुंआ या धूल से एलर्जी एवं निमोनिया आदि।
खाँसी का घरेलु उपचार
बादाम : 07 बादाम पूरी रात पानी में भिगाकर छोड़ दें। सुबह इन बादामों का छिलका उतार दें फिर इनको अच्छी तरह मसल कर पेस्ट बना लें। इसमें 02 चम्मच मक्खन और 02 चम्मच चीनी मिला लें और इसका सेवन सुबह और शाम को करें।
शहद : शहद बहुत समय पहले से ही खाँसी के उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। शहद में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी माईक्रोबायल गुण होते हैं। शहद को गर्म दूद में मिला कर सेवन करने से खाँसी से आराम तो मिलेगा ही साथ ही खाँसी के कारण छाती के दर्द से भी राहत मिलेगी।
हल्दी : हल्दी में एण्टी वायरल, एंटी बेक्टीरियल और एण्टी इंफरमेटरी गुण होते है। हल्दी के इन गुणों की वजह से ये वायरल इन्फेक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एक चम्मच हल्दी को अजवाइन के साथ मिला कर उबालने के लिये एक गिलास पानी में डाल दें। इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक कि गिलास का पानी आधा न रह जाये और फिर इस में थोडा स शहद मिला लीजिये इस मिश्रण का दिन में तीन बार सेवन करें।
अदरक : अदरक के छोटे – छोटे टुकड़े कर के उस का चूरन बना लीजिये और पानी में डाल कर उबाल लीजिये, जब पानी ठण्डा हो जाये फिर इस को पी लीजिये और इस विधि को दिन में तीन बार करें, साथ ही साथ अदरक का तेल अपने सीने पर मालिश करें।
लहसुन : एक गिलास पानी को उबलने के लिये रखें। इसमें थोड़ा सा लहसुन और अजवाइन की पत्ती डाल दें और जब मिश्रण ठण्डा हो जाये इसमें शहद मिला कर दिन में तीन बार इस का सेवन करें।
नींबू : 02 चम्मच नींबू के रस में 01 चम्मच शहद मिक्स करें। इसे दिन में कई बार लें। इससे गले की खराश दूर होगी।
खाँसी कम करने के अन्य तरीके : सूखी खाँसी के लिये दिन में 02 से 03 बार गरम पानी में सेंधा नमक डाल कर गरारे करने से फायदा मिलता है। यदि आप दही खाते हैं, तो खाँसी के समय इसे खाने से बचें और रात्रि के समय हल्दी के दूध का सेवन करें। तुलसी, अदरक और काली मिर्च की चाय दिन में दो बार पीने से भी खाँसी में राहत मिलती है।
डॉक्टर द्वारा बतायी गयी चूसने वाली गोलियों से भी खाँसी में आराम मिलता है। खाँसी में त्रिफला और शहद को बराबर मात्रा में लेने से भी राहत मिलती है। सूखी खाँसी में काली मिर्च को पीसकर घी में भूनकर लेना भी फायदेमंद होता है। काली मिर्च, मुलहठी, सौंठ तीनों को मिलाकर चूर्ण बनाले और फिर शहद के साथ लेने से भी खाँसी खत्म होती है। काले अंगूर का रोजाना एक गिलास जूस पीने से खाँसी में आराम मिलता है, इसके साथ ही शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र भी मजबूत होता है।
ये सभी तरीके नेचुरल हैं और आप ये तरीके बच्चो के लिये भी उपयोग कर सकते हैं। इससे किसी को कोई भी नुकसान नहीं होगा और आपको जरुर बहुत अच्छे परिणाम मिलेगा, लेकिन अगर आपको 02 हफ़्तों में भी आराम नहीं मिला है, तो आप अपने डॉक्टर को जरुर दिखायें।