(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। फैमिली कोर्ट (Family Court) में एक ऐसा मामला पहुंचा, जिसमें पत्नी को पता ही नहीं कि पति उसे तलाक (Divorce case) दे रहा है। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि पति ने उसे कोई गोली खाने को दी थी, जिसकी वजह से महिला ठीक से बात नहीं कर पा रही थी। महिला गोली के प्रभाव में नशे में थी। मामले को कोर्ट ने विचाराधीन रखते हुए दूसरी काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए हैं। मामला जज भावना साधाे (Judge Bhavana Sadho) के यहां विचाराधीन है।
काउंसलर नुरूनिसा खान (Counselor Nurunisa Khan) ने बताया कि काउंसलिंग के लिए एक दंपती आए तो उन्हाेंने पाया कि महिला ठीक से चल नहीं पा रही थी। वह ऐसे बाेल रही थी जैसे नशे में हाे। उन्हें शक हुआ कि महिला को किसी तरह का नशा कराया गया है। तो उन्होंने उसे डाॅक्टर को दिखाने की बात कही। इस पर पति ने काउंसलिंग कराने से मना कर दिया। काउंसलर ने जब यह जानकारी कोर्ट को दी ताे कोर्ट ने बिना काउंसलिंग के मामले को सुनने से इंकार कर दिया।
भोपाल से व्यवसाय और बच्चे को कर दिया शिफ्ट
पति ने बताया कि उसका बिजनेस भोपाल में था, जिसे उसने मुंबई में शिफ्ट कर दिया है। एक छह साल का बच्चा मुंबई में हाॅस्टल में पढ़ रहा है। महिला ने बताया कि पति का कहना है कि बिजनेस सेट करने के बाद वह उसे ले जाएगा। अनपढ़ महिला काे पति ने बताया ही नहीं कि वह आपसी सहमति के आधार पर तलाक ले रहा है। पति का कहना था कि पत्नी मानसिक रोगी है इसलिए वह उसे साथ नहीं रखना चाहता। काउंसलर ने बताया कि कोर्ट ने मानसिक रोग के डाॅक्टर का ओपिनियन लेने की बात कही है।
तलाक के लिए कागजों पर धोखे से हस्ताक्षर कराए
महिला को मालूम ही नहीं था कि पति ने तलाक लेने के लिए कागजों पर हस्ताक्षर कराए हैं। वह पत्नी को कहकर लाया था कि उसे डाॅक्टर के यहां ले जा रहे हैं। वहीं से थोड़ा काम कोर्ट में है। काम करके वह उसे उसे घर छोड़ देगा।
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