आक्‍सीटोन को लेकर दिशा निर्देश जारी

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

ग्‍वालियर (साई)। ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का पशुओं पर प्रयोग प्रतिबंधित है। इसके बाद भी कुछ पशु पालक अधिक दूध के लिए गाय को ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगा रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर को शिकायत मिलने के बाद सभी दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यह इंजेक्शन अब केवल उन नर्सिंग होम के पास स्थित मेडिकल स्टोर पर ही सप्लाई किया जा सकेगा जहां पर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ मौजूद होगी। क्योंकि इसका प्रयोग केवल गर्भवती महिलाओं पर ही किया जाता है।

दरअसल ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का प्रयोग पशु पालक अधिक दूध हासिल करने के लिए करते हैं। ऐसी गाय का दूध पीने से मानव शरीर में हार्मोनल बदलाव की आशंका बढ़ जाती है। इसी वजह से पशुओं पर इसका प्रयोग प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बाद भी कुछ मेडिकल स्टोर संचालक चोरी छिपे इसका विक्रय कर रहे हैं। कलेक्टर अनुराग चौधरी को शिकायत मिलने के बाद कैमिस्ट एसोसिएशन के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर एवं दिलीप अग्रवाल ने इसको लेकर शुक्रवार को कैमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की हुजरात स्थित दवा बाजार में बैठक ली है। जिसमें सभी को हिदायत दी गई है कि अब ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन केवल उन मेडिकल स्टोर पर ही सप्लाई किए जाएं, जहां पर पास के नर्सिंग होम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ मौजूद रहती हो। साथ ही सभी को बताया गया कि 2010 में जिस मेडिकल स्टोर पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन मिले थे, उसको 4 साल की सजा एवं 1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। इसलिए सभी इस आदेश का गंभीरता से पालन करें, यदि कहीं भी शिकायत मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

1000 पेड लगाने होंगेः ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर एवं दिलीप अग्रवाल ने सभी दवा विक्रेताओं से कहा है कि वह पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए करीब एक हजार पौधे लगाएं, जिनकी देखभाल भी करें। इसमें सभी दवा विक्रेताओं को शामिल किया जाए। कैमिस्ट एसोसिएशन जमीन को लेकर अब कलेक्टर एवं निगम कमिश्नर से मुलाकात करेगी।