भगवान चित्रगुप्त महाराज पर अशोभनीय टिप्पणी पर पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कायस्थ महासभा में रोष

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। सिहोरे मध्य प्रदेश के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त जी और यमराज जी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने कड़ा रुख अपनाया है। महासभा ने पंडित मिश्रा के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और कानूनी कार्रवाई का आह्वान किया है।

इस खबर से संबंधित वीडियो देखिए . . .

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव (आईआरएस) द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्री क्षेत्र चक्रभंडी, बीड (महाराष्ट्र) में आयोजित कथा कार्यक्रम के दौरान भगवान श्री चित्रगुप्त जी और यमराज जी के संबंध में अत्यंत अपमानजनक और परिहासात्मक टिप्पणियां की हैं।

विज्ञप्ति के अनुसार, पंडित मिश्रा ने “अरे ऐ चित्रगुप्त! तू सबका हिसाब रखना पर मेरा मत रखना” जैसे शब्दों का प्रयोग किया, जिसे कायस्थ समाज ने अपने आराध्य देव और सनातन धर्म का सीधा अपमान माना है। इस टिप्पणी से पूरे देश और विदेशों में बसे कायस्थ समाज में गहरा रोष व्याप्त है।

महासभा की कार्रवाई के निर्देश:

इस गंभीर प्रसंग पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के केंद्रीय नेतृत्व ने सभी राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला एवं मंडल पदाधिकारियों को संगठित एवं वैधानिक विरोध प्रकट करने के निर्देश दिए हैं। इसमें निम्नलिखित कार्रवाइयां शामिल हैं:

निंदा पत्र भेजना: पंडित प्रदीप मिश्रा, कथावाचक, कुबेरेश्वर धाम, चित्तौड़िया हेमा, सीहोर, म.प्र. – 466001 के पते पर अपने लेटरहेड पर हस्ताक्षर कर निंदा पत्र प्रेषित करना।

ज्ञापन सौंपना: अपने जिलाधिकारी/प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर इस धार्मिक अपमान के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग करना।

निंदा प्रस्ताव पारित करना: निंदा प्रस्ताव पारित कर उसकी प्रति महासभा के राष्ट्रीय कार्यालय को ईमेल/डाक से भेजना।

डिजिटल मंचों पर विरोध: संगठन के सभी डिजिटल मंचों (फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर आदि) पर संयमित भाषा में विरोध दर्ज कराना।

कानूनी कार्रवाई: स्थानीय अधिवक्ताओं से संपर्क स्थापित कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा सुझाए गए नोटिस प्रारूप का उपयोग कर कानूनी कार्रवाई शुरू करना।

कायस्थ महासभा की मांगें:

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने स्पष्ट मांग की है कि:

पंडित मिश्रा अगले 7 दिवस के भीतर सार्वजनिक मंच से लिखित एवं वीडियो के माध्यम से माफी मांगें।

भविष्य में सनातन धर्म के देवताओं के विरुद्ध किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक भाषा या परिहास से बचें।

महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि पंडित मिश्रा निर्धारित समय में क्षमा नहीं मांगते हैं, तो महासभा उनके विरुद्ध देशव्यापी सामाजिक एवं कानूनी विरोध अभियान चलाने को बाध्य होगी, जिसकी समस्त नैतिक एवं विधिक जिम्मेदारी पंडित मिश्रा की होगी।

डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने सभी पदाधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में शीघ्रता से इस कार्य को गंभीरता से संपन्न करने और महासभा की गरिमा व धर्म की मर्यादा की रक्षा करने का निवेदन किया है।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अध्यक्ष डॉ. अनूप श्रीवास्तव का पत्र

सेवा में,

सभी राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला एवं मंडल पदाधिकारीगण

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा

विषय: पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा भगवान चित्रगुप्त जी एवं यमराज जी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में संगठित विरोध हेतु निर्देश।

आदरणीय पदाधिकारीगण,

सादर अवगत कराना है कि सिहोरे (म.प्र.) के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्री क्षेत्र चक्रभंडी, बीड (महाराष्ट्र) में आयोजित कथा कार्यक्रम के दौरान देवाधिदेव भगवान श्री चित्रगुप्त जी एवं यमराज जी के संबंध में अत्यंत अवमाननापूर्ण, अपमानजनक एवं परिहासात्मक टिप्पणियां की हैं।

उनका कथन – मुछंदर कह कर सम्बोधित कर कहा “अरे ऐ चित्रगुप्त! तू सबका हिसाब रखना पर मेरा मत रखना” – न केवल सनातन धर्म के सिद्धांतों के विरुद्ध है, बल्कि यह कायस्थ समाज के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त जी एवं मृत्यु के देवता यमराज जी का सीधा अपमान है। इस घटना से पूरे देश और विदेशों में बसे कायस्थ समाज में गहरा रोष व्याप्त है।

इस गंभीर प्रसंग पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा निर्णय लिया गया है कि –

सभी पदाधिकारीगण अपने-अपने स्तर पर संगठित एवं वैधानिक विरोध प्रकट करें। इसके अंतर्गत निम्न कार्यवाही अपेक्षित है:

पंडित प्रदीप मिश्रा को निंदा पत्र अपने लेटरहेड पर हस्ताक्षर कर उनके पते पर प्रेषित करें: पंडित प्रदीप मिश्रा, कथावाचक, कुबेरेश्वर धाम, चित्तौड़िया हेमा, सीहोर, म.प्र. – 466001

अपने जिलाधिकारी / प्रशासन को ज्ञापन सौंपें और इस धार्मिक अपमान के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग करें।

निंदा प्रस्ताव पारित कर इसकी प्रति महासभा के राष्ट्रीय कार्यालय को ईमेल/डाक से भेजें।

संगठन के सभी डिजिटल मंचों (facebook, whatsapp, twitter आदि) पर संयमित भाषा में विरोध दर्ज कराएं।

कानूनी कार्रवाई हेतु स्थानीय अधिवक्ताओं से संपर्क स्थापित करें और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा सुझाए गए नोटिस प्रारूप का उपयोग करें।

हमारी स्पष्ट माँग है:

पंडित मिश्रा अगले 7 दिवस के भीतर सार्वजनिक मंच से लिखित एवं वीडियो के माध्यम से माफ़ी माँगें।

भविष्य में सनातन धर्म के देवताओं के विरुद्ध किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक भाषा या परिहास से बचें।

यदि वे निर्धारित समय में क्षमा नहीं मांगते हैं, तो महासभा उनके विरुद्ध देशव्यापी सामाजिक एवं कानूनी विरोध अभियान चलाने को बाध्य होगी, जिसकी समस्त नैतिक एवं विधिक जिम्मेदारी पंडित मिश्रा की होगी।

आप सभी से निवेदन है कि अपने-अपने क्षेत्रों में शीघ्रता से इस कार्य को गंभीरता से संपन्न करें एवं महासभा की गरिमा व धर्म की मर्यादा की रक्षा करें।

धन्यवाद सहित,

भवदीय,

डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव, irs

9899426957

राष्ट्रीय अध्यक्ष

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा

(प्रतिलिपि – समस्त कार्यकारी पदाधिकारी, विधि प्रकोष्ठ, प्रचार विभाग एवं मीडिया सेल को सूचनाार्थ प्रेषित।)

नन्द किशोर

पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग 20 वर्षों से सक्रिय हैं, समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के लिए हृदय प्रदेश की राजधानी भोपाल से सहयोगी हैं. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.