(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। कुछ लोग बस काम करते हैं। वो इसका श्रेय लूटने की कोशिश तक नहीं करते। अभय खरे दंपत्ति ऐसे ही हैं। Bank of India के असिस्टेंट मैनेजर विनय अंजू कुमार ना बताते तो शायद पता भी नहीं चलता। तो बात कुछ यूं है कि खरे दंपत्ति अब तक 300 पेड़ लगा चुके हैं और 5000 पेड़ लगाने का टारगेट लिए बैठे हैं। इस दौरान यदि कचरा मिल जाए तो उसे भी हटा देते हैं। ना सरकार को कोसते ना नागरिकों को उलाहना देते। दोनों मस्तमौला भोपाली हैं, अपना काम करते रहते हैं।
अप्रैल में रिटायर हुए जुलाई में काम पर लग गए
Bank of India के असिस्टेंट मैनेजर विनय अंजू कुमार बताते हैं कि अमूमन लोग रिटायरमेंट के बाद आराम तलब बन जाते हैं और अपने और परिवार के लिए जीना शुरू कर देते हैं लेकिन कुछ लोग अलग भी होते हैं, जैसे यह खरे दंपति। अप्रैल में रिटायर होने के बाद दो महीने तक आराम करके इनको समझ में आ गया कि ऐसे नहीं समय बिताना है तो इन्होंने पर्यावरण के लिए कुछ करने का सोचा।
5000 पेड़ों का जंगल उगाने का लक्ष्य
फिर इन्होंने कोलार के आगे जहाँ से जंगल शुरू होता है वहाँ पर पेड़ लगाना शुरू किया। पिछले तीन महीने में लगभग 300 पेड़ लगा चुके हैं और आज जब इस दंपत्ति ने मुझे भी बुलाया तो मैं भी पहुंच गया। आज भी 15 पेड़ लगाए गए, 24 आम के बीज भी वहाँ डाले गए। साथ ही साथ उस क्षेत्र में जो भी कचरा था, उसे भी साफ किया गया। इनका लक्ष्य अगले कुछ साल में 5000 पेड़ लगाना है।