बोलीं- कांग्रेस ने मेरे एनकाउंटर की कोशिश की थी
(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। भोपाल से भाजपा की उम्मीवार बनने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जेल में बिताए दिनों की याद करते हुए रो पड़ीं। गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं की पहली बैठक में वे जेल में हुए उनके साथ सलूक की कहानी सुना रही थीं।
साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया कि मालेगांव ब्लास्ट के आरोप में मुझे 15 दिनों तक गैरकानूनी रूप से हिरासत में रखा गया। बिना पूछताछ किए ही मोटे बेल्ट के पट्टे से मारते थे। यही नहीं जेल में मुझे पुलिस के लोग भद्दी गालियां देते थे। दिन-रात उल्टा लटका के मारते थे। फिर निर्वस्त्र करने की कोशिश करते थे। यह कहते हुए उनका गला भर आया और वे रो पड़ीं। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मैं इसलिए यह बता रही हूं कि फिर कभी किसी बहन के साथ ऐसा न हो।
साध्वी ने कांग्रेस और भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि हिन्दू आतंकवाद के लिए राष्ट्र विरोधियों ने एक षडंयत्र मेरे खिलाफ रचा था। स्त्री शरीर को कमजोर पाकर यातनाओं की हद भी इस लिए पार की गई। वह लोग बम विस्फोट मामले पर जबरदस्ती लगाए गए आरोपों को मुझ पर थोपना चाहते थे।
कांग्रेस ने एनकाउंटर की साजिश की
साध्वी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि हर तरीके का बल प्रयोग कर लेने के बाद भी मैंने कुछ नहीं कहा तो कांग्रेस ने मेरा एनकाउंटर करने की साजिश भी रच ली थी। अब इन्हें जबाव देने के लिए आई हूं।
नेतागिरी नहीं धर्मयुद्घ के लिए आई हूं
उन्होंने कहा कि मैं सन्यासी हूं। राजनीति मेरे काम की नहीं है। मैं मार्गदर्शन व दंड शक्ति का कार्य कर सकती हूं। इसलिए चुनाव मुझे नहीं आपको लड़ना है। मैं नेतागिरी के लिए नहीं बल्कि धर्मयुद्घ के लिए आपके सामने हूं।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.