सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में 04 अक्टूबर को दिये थे निर्देश
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। 04 अक्टूबर को सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन की अध्यक्षता में आयोजित की गयी सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिये गये निर्देशों को भी भाजपा शासित नगर पालिका परिषद के द्वारा हवा में उड़ा दिया गया है। छः दिन में यातायात सिग्नल्स को चालू करने के निर्देश के बाद सातवें दिन भी शहर के यातायात सिग्नल बंद ही पड़े हुए हैं।
ज्ञातव्य है कि 04 अक्टूबर को बालाघाट सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन की अध्यक्षता में संपन्न हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में अनेक निर्णय लिये जाकर संबंधित विभागों को जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा निर्देश जारी किये गये थे। इसमें छः दिन में शहर में लगे यातायात सिग्नल्स को चालू करने की बात भी कही गयी थी।
ज्ञातव्य है कि वर्ष 2014 में भाजपा शासित नगर पालिका परिषद के द्वारा अपने कार्यकाल के अंतिम समय में छिंदवाड़ा चौराहा, कचहरी चौराहा, सर्किट हाऊस चौराहा सहित बाहुबली चौराहे पर लगभग 28 लाख रूपये की लागत से यातायात सिग्नल्स संस्थापित करवाये गये थे।
इसके अलावा नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने एक यातायात सिग्नल काफी पहले संस्थापित करवाया गया था। इसके उपरांत ये यातायात सिग्नल लंबे समय तक बंद रहे। इनकी संस्थापना के बाद से अब तक ये यातायात सिग्नल शायद ही कभी महीने के तीसों दिन चालू रहे हों।
लोगों का कहना है कि शहर में लगे यातायात सिग्नल बिना जेब्रा क्रॉसिंग के ही संस्थापित करवा दिये गये हैं। सिवनी में लगे यातायात सिग्नल शो पीस बनकर रह गये हैं। लाखों रूपयों से संस्थापित करवाये गये यातायात सिग्नल चालू भी नहीं हुए और उनके रखरखाव और उन्हें दुरूस्त करवाने में पालिका के द्वारा भारी मात्रा में राशि भी व्यय कर दी गयी बतायी जाती है।
यातायात सिग्नल्स जिन चौराहों पर लगवाये गये हैं, उनमें पुलिस के द्वारा शक्तिशाली सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं। इनकी संस्थापना के समय यह बात प्रकाश में आयी थी कि इनकी संस्थापना के बाद कैमरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नज़र भी रखी जायेगी।
लोगों का कहना है कि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के बाद मीडिया के जरिये उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि यातायात सिग्नल्स को 06 दिन में चालू करवा दिया जायेगा, तो उन्हें लगा कि शहर का बेपटरी हो रहा यातायात एक बार फिर पटरी पर लौट सकता है, पर सातवें दिन भी ये सिग्नल चालू नहीं हुए तो लोग निराश हो गये।
ब्रहस्पतिवार को दोपहर लगभग तीन बजे समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के दल के द्वारा शहर में यातयात सिग्नल्स की अद्यतन स्थिति को मौके पर जाकर देखा गया तो पता चला कि नगर पालिका के सामने वाले सिग्नल के अलावा बाकी के सारे सिग्नल्स पहले ही की तरह बंद पड़े हुए थे।