(जाहिद शेख)
कुरई (साई)। मेटेवानी चैक पोस्ट का मामला एक बार फिर गर्माया है। इस बार भारतीय राष्ट्रीय परिवहन सेना के राष्ट्रीय संयोजक नरेंद्र मिश्रा ने चैक पोस्ट प्रभारी पर रिश्वत लेने के आरोप लगाये हैं।
उन्होंने कहा है कि वाहनों के कागजात चैक किये जायें, उनका वजन किया जाये। एक देश, एक रेट, एक टैक्स, एक कानून का नियम मान्य हो। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी रिश्वत माँगते हैं, नहीं देने पर वाहनों का चालान करते हैं। पूछने पर चैक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों द्वारा कहा जाता है कि उन्हें दो करोड़ रुपये राजस्व का लक्ष्य मिला है। वे सरकार के आदेश का पालन करते हैं।
श्री मिश्रा ने ज्ञापन में कहा है कि उन्होंने वहाँ तैनात कर्मचारियों से किस प्रकार से वाहनों को चैक पोस्ट पर चलाना है इसको लिखकर दिये जाने की बात कही है। उनका आरोप है कि उनको किसी ने भी लिखकर नहीं दिया है। हालांकि ज्ञापन में इसका कहीं उल्लेख नहीं है कि किस वाहन से कब रिश्वत ली गयी है।
वैसे मेटेवानी चैक पोस्ट में रिश्वत लेने के आरोप नये नहीं है। तत्कालीन निर्दलीय विधायक दिनेश राय के द्वारा 22 घण्टे से ज्यादा समय इस चैक पोस्ट में व्यतीत किया गया था। उसके बाद भी यहाँ रिश्वत के लेन देन के आरोपों में कमी नहीं हुई थी। आये दिन चैक पोस्ट में विवाद होते देखे जा सकते हैं।