बिना पार्किंग और अग्निशमन की व्यवस्था के धड़ल्ले से चल रहे लॉन कराये जायें बंद
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। शहर में राजसी शादियों का दौर चल रहा है। शादियों के समय मैरिज लॉन और पैलेस के संचालक नियमों को ताक पर रखकर संचालन कर रहे हैं। संचालक शासन की आँख में धूल झोंककर राजस्व को हानि पहुँचा रहे हैं।
उक्ताशय की बात अकबर वार्ड के पार्षद और पालिका की स्वास्थ्य समिति के सभापति चितरंजन गप्पू तिवारी ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि शहर में चल रहे इन मैरिज लॉन्स और गार्डन में पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण गाड़ियां सड़क पर पार्क की जाती हैं। इससे हर मिनिट में जाम लग रहा है। ऐसे जाम के कारण लोगों में तनातनी और मारपीट की स्थिति भी बनती है।
उन्होंने कहा कि वहीं इन लॉन में अग्निशामक यंत्र भी नहीं लगाये गये हैं, जिससे कभी भी आग लगने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है और शादी में आये लोगों की जान पर बनी रहती है लेकिन संचालकों को इससे कोई सरोकार नहीं दिखायी देता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैरिज लॉन और पैलेस में कचरा निष्पादन की व्यवस्था नहीं हैं। लॉन संचालक आसपास ही कचरा फेंक रहे हैं जिससे रहवासियों और शादी में पहुँचने वालों को बदबू से दो-चार होना पड़ता है। इतना ही नहीं लॉन संचालक मध्य प्रदेश भूमि विकास नियम के मापदण्ड का भी खुला उल्लंघन करने में लगे हैं।
चितरंजन गप्पू तिवारी ने कहा कि संचालक मापदण्ड के अनुसार लॉन और पैलेस का निर्माण कर रहे हैं। संचालक बिना मापदण्ड के कम भूमि पर ही लॉन बनाकर रखे हैं, जिसका पता स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका को भी नहीं पड़ पा रहा है, या ये कहें अधिकारी इस मामले में आँखें मूंदे बैठे हैं।
संचालक मोटी रकम वसूलने के बाद भी शासन को पहुँचा रहे राजस्व हानि : मैरिज लॉन और पैलेस संचालकों द्वारा विवाह आदि समारोह में किराये के रूप में मोटी रकम वसूली की जाती है, लेकिन नगरीय प्रशासन को सिर्फ गार्डन में बने भवन का राजस्व ही मिलता है। व्यवसायिक रूप में उपयोग की जाने वाली भूमि का कोई राजस्व ही नहीं मिलता है।