नयी मण्डी में नहीं गये व्यापारी तो रद्द हो सकता है लाईसेंस

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय में पुरानी सब्जी मण्डी को हटाकर नागपुर रोड पर स्थित बड़ी मण्डी में स्थानांतरित करने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं।

प्रशासन इस मामले में बार – बार आदेश दे रहा है लेकिन कुछ व्यापारी हठ पर अड़े हैं और सुविधाएं न होने का रोना रोकर पुरानी मण्डी में ही रहना चाह रहे हैं। इसके पीछे उनके अपने हित हैं लेकिन शहर के यातायात और सुविधाओं को सुधारने के लिहाज से मण्डी का शहर के बाहर जाना ही फायदेमंद है। पुरानी मण्डी में यदि पार्किंग का निर्माण कर दिया जाये तो शहर का व्यस्ततम इलाका बुधवारी, नेहरू रोड और शुक्रवारी सुव्यवस्थित हो सकता है।

दो करोड़ की लागत से बनी है मण्डी : नागपुर नाके में बनी थोक सब्जी मण्डी को पूरी तरह से आरंभ करवाने में कृषि उपज मण्डी प्रशासन अब तक सफल साबित नहीं हो रहा है। इसके कारण तीन हेक्टेयर से ज्यादा रकबे वाली थोक सब्जी मण्डी में दस साल से कारोबार नहीं हो पा रहा है। 2009 में नागपुर नाके के पास तीन हेक्टेयर क्षेत्र में दो करोड़ पाँच लाख रूपये की लागत से थोक सब्जी मण्डी का निर्माण कराया गया था।

अभी इस क्षेत्र में अनेक भूखण्ड रिक्त पड़े हैं। इन भूखण्डों को निश्चित राशि जमा कर व्यापारियों के द्वारा लिया जाकर यहाँ अपने हिसाब से शेड बनाये जा सकते हैं। यहाँ मॉडल रोड की तरफ वाले हिस्से में बनी दुकानें तो नीलाम हो चुकी हैं पर बाकी स्थानों को लेने के लिये व्यापारी सामने नहीं आ रहे हैं।

कहीं और मण्डी बनाने की है योजना : कुछ साल पहले शहर में एक इलाके में मण्डी बनाने के नाम पर कुछ व्यापारियों ने एक स्थान पर जमीन ली थी, जिस पर सब्जी मण्डी बनाये जाने की योजना थी। अब प्रशासन ने नये स्थान पर मण्डी के इंतजाम किये हैं तो पुरानी योजना पर असर पड़ रहा है जिसके चलते इस मण्डी का विरोध किया जा रहा है।

गजट नोटिफिकेशन के बाद बनती है मण्डी : कृषि उपज मण्डी की विपणन प्रक्रिया में फल, सब्जी और अनाज का विक्रय किया जाता है। इसके लिये बकायदा गजट नोटिफिकेशन कराया जाकर स्थल को चिन्हित किया जाता है। इसी चिन्हित स्थल पर व्यापारियों के द्वारा खरीदी बिक्री की जा सकती है। इससे हटकर अगर किसी के द्वारा कहीं और खरीदी बिक्री की जाती है तो वह अवैध ही माना जाता है। यदि इस मण्डी के अलावा कहीं और मण्डी का संचालन हुआ तो वह अवैध माना जायेगा।

निःशुल्क माँग रहे हैं भूमि : मण्डी प्रशासन का कहना है कि मण्डी परिसर में सब्जी व्यापारियों के लिये पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं। यदि व्यापारी यहाँ पर दुकाने लगाना आरंभ करते हैं तो उन्हे और सुविधाएं दी जायेंगी। पिछले दिनों हुई एक बैठक में व्यापारियों ने मुफ्त में जमीन की माँग की थी। इस मामले में प्रशासन का कहना है कि आवश्यक शुल्क तो देना ही पड़ता है।

निरस्त हो सकते हैं लाई

 

नयी मण्डी में नहीं गये व्यापारी तो रद्द हो सकता है लाईसेंस

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय में पुरानी सब्जी मण्डी को हटाकर नागपुर रोड पर स्थित बड़ी मण्डी में स्थानांतरित करने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं।

प्रशासन इस मामले में बार – बार आदेश दे रहा है लेकिन कुछ व्यापारी हठ पर अड़े हैं और सुविधाएं न होने का रोना रोकर पुरानी मण्डी में ही रहना चाह रहे हैं। इसके पीछे उनके अपने हित हैं लेकिन शहर के यातायात और सुविधाओं को सुधारने के लिहाज से मण्डी का शहर के बाहर जाना ही फायदेमंद है। पुरानी मण्डी में यदि पार्किंग का निर्माण कर दिया जाये तो शहर का व्यस्ततम इलाका बुधवारी, नेहरू रोड और शुक्रवारी सुव्यवस्थित हो सकता है।

दो करोड़ की लागत से बनी है मण्डी : नागपुर नाके में बनी थोक सब्जी मण्डी को पूरी तरह से आरंभ करवाने में कृषि उपज मण्डी प्रशासन अब तक सफल साबित नहीं हो रहा है। इसके कारण तीन हेक्टेयर से ज्यादा रकबे वाली थोक सब्जी मण्डी में दस साल से कारोबार नहीं हो पा रहा है। 2009 में नागपुर नाके के पास तीन हेक्टेयर क्षेत्र में दो करोड़ पाँच लाख रूपये की लागत से थोक सब्जी मण्डी का निर्माण कराया गया था।

अभी इस क्षेत्र में अनेक भूखण्ड रिक्त पड़े हैं। इन भूखण्डों को निश्चित राशि जमा कर व्यापारियों के द्वारा लिया जाकर यहाँ अपने हिसाब से शेड बनाये जा सकते हैं। यहाँ मॉडल रोड की तरफ वाले हिस्से में बनी दुकानें तो नीलाम हो चुकी हैं पर बाकी स्थानों को लेने के लिये व्यापारी सामने नहीं आ रहे हैं।

कहीं और मण्डी बनाने की है योजना : कुछ साल पहले शहर में एक इलाके में मण्डी बनाने के नाम पर कुछ व्यापारियों ने एक स्थान पर जमीन ली थी, जिस पर सब्जी मण्डी बनाये जाने की योजना थी। अब प्रशासन ने नये स्थान पर मण्डी के इंतजाम किये हैं तो पुरानी योजना पर असर पड़ रहा है जिसके चलते इस मण्डी का विरोध किया जा रहा है।

गजट नोटिफिकेशन के बाद बनती है मण्डी : कृषि उपज मण्डी की विपणन प्रक्रिया में फल, सब्जी और अनाज का विक्रय किया जाता है। इसके लिये बकायदा गजट नोटिफिकेशन कराया जाकर स्थल को चिन्हित किया जाता है। इसी चिन्हित स्थल पर व्यापारियों के द्वारा खरीदी बिक्री की जा सकती है। इससे हटकर अगर किसी के द्वारा कहीं और खरीदी बिक्री की जाती है तो वह अवैध ही माना जाता है। यदि इस मण्डी के अलावा कहीं और मण्डी का संचालन हुआ तो वह अवैध माना जायेगा।

निःशुल्क माँग रहे हैं भूमि : मण्डी प्रशासन का कहना है कि मण्डी परिसर में सब्जी व्यापारियों के लिये पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं। यदि व्यापारी यहाँ पर दुकाने लगाना आरंभ करते हैं तो उन्हे और सुविधाएं दी जायेंगी। पिछले दिनों हुई एक बैठक में व्यापारियों ने मुफ्त में जमीन की माँग की थी। इस मामले में प्रशासन का कहना है कि आवश्यक शुल्क तो देना ही पड़ता है।

निरस्त हो सकते हैं लाईसेंस : अभी प्रशासन मण्डी स्थानातंरण को लेकर नर्मी बरत रहा है लेकिन यदि प्रशासन चाहे तो मण्डी के अध्यक्ष के न होने की दशा में भारसाधक अधिकारी एवं सचिव के पास इतने अधिकार होते हैं कि वे नयी सब्जी मण्डी की बजाय पुरानी सब्जी मण्डी में व्यापार कर रहे व्यापारियों की अनुज्ञा (लाईसेंस) निरस्त कर सकते हैं क्योंकि अब जबकि नयी सब्जी मण्डी का नोटिफिकेशन हो चुका है अतः पुरानी सब्जी मण्डी में खरीद फरोख्त ही अवैध हो चुकी है।

पुरानी सब्जी मण्डी में बन सकती है पार्किंग : नगर पालिका से बगल में जहाँ पुरानी सब्जी मण्डी है वहीं से कुछ दूरी पर बुधवारी, नेहरू रोड, शुक्रवारी जैसे व्यापारिक इलाके मौजूद हैं जहाँ हमेशा भारी भीड़ रहती है। इस स्थान पर पार्किंग का इंतजाम न होने के कारण लोगों को खासी परेशानी होती है। खासकर त्यौहारों और शादी के मौसम में। यदि पुरानी सब्जी मण्डी में पार्किंक का निर्माण कर दिया जाये और बुधवारी शुक्रवारी में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाये तो यह आम नागरिकों के लिये बड़ी राहत मानी जायेगी। इसके साथ ही पालिका को भी राजस्व की प्राप्ति होने लगेगी।

नयी मण्डी में सभी बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं. यहाँ पर व्यापारियों को जमीन के लिये शुल्क अदा करना होगा. इसके लिये टेण्डर निकाला जा चुका है. यदि थोक व्यापारी नयी मण्डी में नहीं जाते हैं तो उन पर कार्यवाही की जा सकती है. व्यापारियों के साथ बैठक के दौर चल रहे हैं और शीघ्र ही व्यापारी नयी मण्डी में चले जायेंगे, ऐसी आशा है.

सुरेश परते,

मण्डी सचिव.

सेंस : अभी प्रशासन मण्डी स्थानातंरण को लेकर नर्मी बरत रहा है लेकिन यदि प्रशासन चाहे तो मण्डी के अध्यक्ष के न होने की दशा में भारसाधक अधिकारी एवं सचिव के पास इतने अधिकार होते हैं कि वे नयी सब्जी मण्डी की बजाय पुरानी सब्जी मण्डी में व्यापार कर रहे व्यापारियों की अनुज्ञा (लाईसेंस) निरस्त कर सकते हैं क्योंकि अब जबकि नयी सब्जी मण्डी का नोटिफिकेशन हो चुका है अतः पुरानी सब्जी मण्डी में खरीद फरोख्त ही अवैध हो चुकी है।

पुरानी सब्जी मण्डी में बन सकती है पार्किंग : नगर पालिका से बगल में जहाँ पुरानी सब्जी मण्डी है वहीं से कुछ दूरी पर बुधवारी, नेहरू रोड, शुक्रवारी जैसे व्यापारिक इलाके मौजूद हैं जहाँ हमेशा भारी भीड़ रहती है। इस स्थान पर पार्किंग का इंतजाम न होने के कारण लोगों को खासी परेशानी होती है। खासकर त्यौहारों और शादी के मौसम में। यदि पुरानी सब्जी मण्डी में पार्किंक का निर्माण कर दिया जाये और बुधवारी शुक्रवारी में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाये तो यह आम नागरिकों के लिये बड़ी राहत मानी जायेगी। इसके साथ ही पालिका को भी राजस्व की प्राप्ति होने लगेगी।

नयी मण्डी में सभी बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं. यहाँ पर व्यापारियों को जमीन के लिये शुल्क अदा करना होगा. इसके लिये टेण्डर निकाला जा चुका है. यदि थोक व्यापारी नयी मण्डी में नहीं जाते हैं तो उन पर कार्यवाही की जा सकती है. व्यापारियों के साथ बैठक के दौर चल रहे हैं और शीघ्र ही व्यापारी नयी मण्डी में चले जायेंगे, ऐसी आशा है.

सुरेश परते,

मण्डी सचिव.

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