डीएचओ धर्डे को बैरंग लौटाया डीपीएम ने!

 

 

सीएमएचओ, डीएचओ में बढ़ती दिख रही रार!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। एक ओर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह के द्वारा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को चाक चौबंद करने की दिशा में कोई कसर नहीं रखी जा रही है, वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय में अंदर ही अंदर आपस में वर्चस्व की जंग चल रही है। डीएचओ के इनोवा वाहन के बिल को डीपीएम के द्वारा यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि उन्हें इनोवा की पात्रता नहीं है।

सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी (प्रथम) डॉ.मधुसूदन धर्डे के द्वारा जिला कलेक्टर को एक शिकायत भेजी गयी है। इस शिकायत की प्रति सीएमएचओ को भी प्रेषित की गयी है।

सूत्रों ने बताया कि अपनी शिकायत में डॉ.धर्डे ने कहा है कि 08 मई को वे नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की बैठक में हिस्सा लेने के लिये भोपाल गये थे। भोपाल से वापस लौटने पर डॉ.धर्डे के द्वारा अपना यात्रा देयक जिला लेखा एवं प्रबंधक (डीपीएम) को प्रेषित किया गया था।

सूत्रों की मानें तो अपनी शिकायत में उन्होंने आगे कहा है कि यात्रा देयक प्रस्तुत करने पर संविदा में पदस्थ डीपीएम चंद्रभूषण तेलंग के द्वारा उन्हें अपमान जनक तरीके से कह दिया गया कि उन्हें (डॉ.धर्डे को) इनोवा की पात्रता नहीं है। इस पत्र में उन्होंने राज्य शासन के 05 नवंबर 2016 के आदेश का हवाला दिया है जिसमें उनके ग्रेड पे वालों को ए श्रेणी में रखा गया है और उन्हें हवाई यात्रा से लेकर अन्य तरह की (इनोवा का उल्लेख उन्होंने नहीं किया) यात्राओं की पात्रता है।

सूत्रों ने बताया कि अपनी शिकायत में उन्होंने आगे कहा कि डीपीएम चंद्रभूषण तेलंग के द्वारा उन्हें बार – बार अपमान जनक तरीके से यह कहा गया कि उन्हें (डॉ.धर्डे को) इनोवा की पात्रता नहीं है, इसलिये उनके (चंद्रभूषण तेलंग के) द्वारा यह बिल पास नहीं किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि श्री तेलंग के इस व्यवहार से वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हुए हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस शिकायती पत्र पर सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम के द्वारा टिप्पणी लिखी गयी है। इसके अनुसार उनके द्वारा डीपीएम /रामदीन को इस बात के लिये निर्देशित किया गया है कि इस मामले में डीपीएम को तत्काल कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया जाये एवं डॉ.धर्डे के वाहन का देयक तत्काल पास करने के लिये चेतावनी जारी की जाये।

सूत्रों ने बताया कि डॉ.धर्डे के द्वारा डीपीएम को यह भी कहा गया कि सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम उनसे जूनियर हैं और उनका (डॉ.मेश्राम का) वेतन उनसे कम होने के बाद भी डॉ.मेश्राम को इनोवा की पात्रता है और डॉ.मेश्राम से वरिष्ठ होने के बाद उन्हें इनोवा की पात्रता नहीं है।

इधर, डीपीएम चंद्रभूषण तेलंग ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वे नियमों को ताक पर रखकर काम नहीं करेंगे। जिस पद के लिये जिस वाहन को किराये पर लेने के नियम हैं, उन्हें उस वाहन के लिये भुगतान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नियम कायदों का पालन सुनिश्चित करवाना अधिकारियों का दायित्व है। अगर अधिकारी ही इस तरह अनैतिक दबाव बनाने लगेंगे तो नियमों की धज्जियां उड़ना स्वाभाविक ही है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में वे एक बैठक में शामिल होने भोपाल जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कारण बताओ नोटिस मिला है, वे वापस लौटकर इस एससीएन का जवाब देंगे।