राजनीति का अखाड़ा बना एकलव्य आवासीय विद्यालय

 

 

(संतोष बर्मन)

घंसौर (साई)। लगातार सुर्खियों और विवादों में रहने वाले जिले के एकमात्र एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में अंदरूरी सियासत इन दिनों चरम पर है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शाला प्रबंधन के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद भी बालिका छात्रावास अधीक्षिका शांति मरावी को हटाकर स्कूल की ही शिक्षिका सुनीता पटेल को कार्यभार सौंप दिया गया। ज्ञातव्य है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय जिले की अपने तरह की पहली आदिवासी संस्था है जहाँ पर नवोदय की तर्ज पर छात्र – छात्राओं को शिक्षा एवं सुविधाएं दोनों प्रदान की जाती हैं। इसी स्कूल में अंर्तकलह इतनी हावी है कि यहाँ पर जनजाति कार्य विभाग आयुक्त दीपाली रस्तोगी के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ायी गयी हैं।

सूत्रों की मानें तो भोपाल से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में आदेश आये हैं कि बालक छात्रावास और बालिका छात्रावास में स्कूल में अध्यापन करा रहे शिक्षक – शिक्षिकाएं ही छात्रावास का कार्यभार सम्हालेंगे। इस स्कूल में अंदर ही अंदर इस कदर सियासत मच चुकी है कि बालक छात्रावास में पदस्थ अधीक्षक बजारी लाल भलावी को नहीं हटाया गया। इससे इतर राजनीति से प्रेरित होकर आचार संहिता होने के बावजूद भी बालिका छात्रावास की अधीक्षिका शांति मरावी को छात्रावास अधीक्षिका पद से हटा दिया गया।

विद्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आपसी खींचतान के चलते एकलव्य विद्यालय में शिक्षा का स्तर दिनों दिन गिरता ही चला जा रहा है।