राजस्थान से आ रहीं गर्म हवाएं बढ़ा रहीं तापमान
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। मार्च के अंतिम सप्ताह में भगवान भास्कर ने अपना कहर बरपाना आरंभ कर दिया है। सुबह और शाम को भी भगवान भास्कर की तमतमाहट महसूस की जाने लगी है। पारे ने 34 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा भी स्पर्श कर लिया है।
होली के बाद से ही तेज धूप की वजह से गर्मी का माहौल बन गया है। पिछले तीन दिनों से दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। भू अभिलेख से राकेश विश्वकर्मा ने सिवनी के तापमान के बारे में अधिकृत जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस और शनिवार एवं रविवार की दरमियानी रात में न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि हवाओं की दिशा बदलते ही पारा ऊपर चढ़ने लगा है। पश्चिम के साथ हवाओं की दिशा जैसे ही उत्तरी हुईं तब रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुँच गया था। सूत्रों की मानें तो अगले एक दो दिन में पारा 34 से 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक राजस्थान से आ रहीं गर्म हवाओं से मध्य प्रदेश के कई इलाकों में इसका असर पड़ने से तापमान में बढ़ौत्तरी हो गयी है। मार्च में ही लोग लू जैसा वातावरण महसूस कर रहे हैं। लोगों को गर्म हवाओं के थपेड़ों ने बेचैन करके रख दिया है। दिन के समय कई लोग अपने मुँह पर कपड़ा बाँधकर निकल रहे हैं और इस दौरान वे शीतल पेय का सहारा भी लेते हुए नजर आ रहे हैं।
देर रात के बाद नरमी : रात को लगभग बारह बजे के बाद सुबह आठ बजे तक मौसम में कुछ सुकून महसूस किया जा रहा है। सुबह सवेरे मौसम अपेक्षाकृत सर्द ही महसूस हो रहा है। रात का तापमान अभी 15 डिग्री सेल्सिस के आसपास बना हुआ है।
सीधी पड़ रही धूप : सूत्रों ने बताया कि शहर का तापमान बढ़ने की मुख्य वजह राजस्थान से आ रहीं गर्म हवाएं हैं। राजस्थान में तापमान बढ़े हुए हैं इस कारण यहाँ भी इजाफा हो रहा है। शहर में उत्तर – पश्चिमी हवा चल रही है। सूत्रों ने बताया कि इस समय आसमान साफ है। सीधी धूप पड़ रही है। हवा में नमी भी नहीं है। इस कारण सभी स्थानों के तापमान में इजाफा हो रहा है। अगले दो – तीन दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहने के आसार बताये गये हैं।
यह है वजह : विशेषज्ञों के अनुसार बारिश और सर्दी के सीजन में बारिश कम हुई। इससे जमीन में नमी का प्रतिशत काफी कम है। सूरज निकलते ही सूखी सतह से ऊष्मा परावर्तन का असर महसूस होने लगता है।
गर्मी में क्या करें : थोड़ी – थोड़ी देर में पानी पीते रहें। होटलों पर मिलने वाला तला हुआ खाना न खायें। गंतव्य पर पहुँचने से पाँच मिनिट पहले कार का एसी बंद कर दें। मुँह पर कपड़ा बाँधें। कॉटन के कपड़े पहनें। बच्चों को दोपहर में घर से बाहर न जानें दें। छोटे बच्चों को दोपहर में बाहर ले जाने से बचें।