(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में बैठक संपन्न हुई। ब्राह्मण समाज जिला अध्यक्ष पं.ओम प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में आहूत इस बैठक में चैत्र नवरात्रि शक्ति पर्व आयोजन की रूपरेखा निर्धारित की गयी।
बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि शनिवार छः अप्रैल प्रतिपदा से नौवीं पर्यंत 14 अप्रैल तक शक्ति पर्व नवरात्रि का भव्य आयोजन किया जायेगा। अपनी सात्विक कामना पूर्ति के लिये मनोकामना कलश रखने के इच्छुक सभी सनातन धर्मी इस मंदिर में कलश रख सकते हैं।
इसी प्रकार शंकराचार्य द्वारा प्राण प्रतिष्ठित श्रीमाता राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी एवं भगवान श्रीपरशुराम के सिद्ध मंदिर में जवारे तथा अनेक मनोकामना कलशों की स्थापना की जायेगा। ज्ञातव्य है कि गत वर्ष अप्रैल माह में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज तथा शिष्य निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महा मण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद गिरी महाराज के पावन सानिध्य में, मोक्ष एवं ऐश्वर्य दायिनी श्रीमाता तथा श्रीमाता के परम उपासक विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम मंदिर की प्राण – प्रतिष्ठा एवं कलशारोहन विधि – विधान के साथ संपन्न हुआ था।
इस चैत्र नवरात्रि पर्व में पहली बार नंदीकेश्वर धाम (डूण्डा सिवनी) के सिद्ध मंदिर में मनोकामना कलशों की स्थापना की जा रही है। जगतगुरू शंकराचार्य द्वारा अब नंदीकेश्वर धाम के नाम से प्रतिष्ठित इस नवोदित सिद्ध क्षेत्र के दिव्य मंदिर में मनोकामना कलश रखने के लिये इच्छुक सभी सनातन धर्मी श्रद्धालुजन छः अप्रैल तक कलश स्थापित करवा सकते हैं।
इस मौके पर ब्राह्मण समाज अध्यक्ष पं.ओम प्रकाश तिवारी, उपाध्यक्ष डॉ.दिनेश शर्मा, भुवनेश्वर शुक्ला, अजय मिश्रा, प्रदीप तिवारी, राजेंद्र दुबे, राजेंद्र शर्मा, नगर अध्यक्ष पंडित अशोक तिवारी, शिव कुमार तिवारी, नीरज तिवारी, अखिलेश चंकी पांडे, सूर्यकांत चतुर्वेदी, अशोक पाठक, गीता अवस्थी, शकुंतला तिवारी, अरविंद दुबे, दुर्गेश्वरी शर्मा, प्रतिभा तिवारी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। बैठक का संचालन सूर्यकांत चतुर्वेदी एवं आभार प्रदर्शन अशोक तिवारी द्वारा किया गया।
इस बैठक में आने वाले मई माह में भगवान परशुराम जयंति, प्रतिभावान छात्र – छात्राओं का सम्मान तथा भव्य पाटोत्सव कार्यक्रम के संबंध में भी विचार – विमर्श किया गया। जिला संयोजक अजय मिश्रा ने समस्त श्रद्धालुओं नर नारियों से इस नवोदित सिद्ध मंदिर में प्रतिदिन पूजन आरती तथा श्रीमाता व भगवान परशुराम की पूजन आरती में उपस्थित होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आव्हान किया है।