बारिश के चलते सीमित क्षेत्र में ही घूम सकेंगे पर्यटक
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। ब्रितानी घुमंतू पत्रकार रूडयार्ड किपलिंग के मशहूर उपन्यास द जंगल बुक के किरदार मोगली की कथित कर्मभूमि पेंच नेशनल पार्क पर्यटकों के लिये इस साल भी 01 अक्टूबर को खोल दिया जायेगा। लगातार हो रही बारिश के मद्देनज़र पार्क का कुछ क्षेत्र ही फिलहाल पर्यटकों के लिये खोला जायेगा।
पेंच नेशनल पार्क के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पेंच नेशनल पार्क को पहले बारिश के उपरांत 01 नवंबर को खोला जाता था। सूत्रों का कहना है कि अमूमन 30 सितंबर तक बारिश का काल माना जाता है। इसके बाद एक महीने में पेंच नेशनल पार्क प्रबंधन के द्वारा पार्क के अंदर पर्यटकों के लिये व्यवस्थाएं आदि की जाती थीं।
सूत्रों ने बताया कि अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में जब जमीन कुछ हद तक सूख जाती थी उसके बाद पेंच पार्क के अंदर की सड़कों को जिप्सी के चलने के योग्य बनाया जाता था। इसके अलावा अक्टूबर माह के दूसरे पखवाड़े में सड़कों के आसपास ऊगी घास की कटाई करवायी जाती थी।
सूत्रों ने बताया कि पेंच पार्क में अनेक बड़े समूहों के रिसोर्ट हैं, और इनके संचालकों का इकबाल सियासी गलियारों में जमकर बुलंद है। इनके दबाव के चलते पेंच पार्क के गेट खोलने की समयावधि 01 नवंबर से घटाकर पहले 15 अक्टूबर फिर अब 01 अक्टूबर कर दी गयी है।
सूत्रों ने कहा कि शासन का यह निर्णय अव्यवहारिक है। इसका कारण यह है कि 01 अक्टूबर तक जमीन गीली रहती है और इसमें वाहनों की आवाजाही के लिये मुकम्मल इंतजाम करना दुष्कर कार्य है। इसके अलावा घास कटाई की मद में भी राशि अधिक नहीं होने से शुरूआती दिनों में सड़कों के आसपास की घास की कटाई कराना संभव नहीं है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि शुरूआती दौर में जब तक सड़क किनारे की ऊँची ऊँची घास की कटाई नहीं करवा दी जाती तब तक पर्यटकों को पेंच पार्क के जानवरों के दीदार बेहतर तरीके से होना संभव नहीं है। इससे शुरूआती दौर में आने वाले पर्यटकों के मन में पेंच की कुछ और तस्वीर उभरना स्वाभाविक ही है।
सूत्रों की मानें तो इस बार हुई रिकॉर्ड बारिश के कारण पेंच के सारे ताल तलैया तो भर चुके हैं, जिससे पार्क गुलजार तो होगा। पर्यटकों को चारों ओर हरियाली दिखायी देगी, किन्तु अगर मौसम का पूर्वानुमान सही रहा और सितंबर के अंत तक बारिश होती रही तो सड़कों को दुरूस्त करना और घास कटाने का काम मंथर गति से ही कराया जा सकता है।
सूत्रों ने कहा कि शासन के निर्देश के अनुसार पेंच नेशनल पार्क में शुरूआती दौर में एक ही रास्ते को दुरूस्त करने का प्रयास किया जायेगा। बारिश के रूकने के बाद अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से पेंच नेशनल पार्क में पर्यटक शायद सही तरीके से वन्य जीवों को देख पायें।
एक नज़र में पेंच पार्क : पेंच पार्क का कुल क्षेत्रफल 292.83 वर्ग किलोमीटर है। इसे 1993 में टाईगर रिज़र्व घोषित किया गया था। इस पार्क में 285 से अधिक प्रजाति के पक्षी, 1200 से अधिक वनस्पति प्रजातियां हैं। इसके अलावा लगभग तीन दर्जन से ज्यादा स्तनधारी, 30 प्रकार के रेंगने वाले जीव तथा आधा सैकड़ा से ज्यादा प्रकार की मछलियां हैं।