बारिश का कहर : टपकने लगीं छतें!

 

 

रविवार की शाम से सोमवार दोपहर तक हुई 12 इंच बारिश!

(महेश रावलानी)

सिवनी (साई)। सावन की झड़ी सालों से लोगों ने महसूस नहीं की होगी, पर भादों की बारिश दशकों बाद लोगों को रोमांचित कर रही है। रविवार 08 सितंबर की शाम से सोमवार 09 सितंबर की दोपहर तक जिला मुख्यालय में 313.4 मिली मीटर पानी गिरा, जो इस साल की सबसे ज्यादा बारिश है।

मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सालों बाद भादों में बारिश अपना असर दिखा रही है। रविवार और सोमवार की दर्मयानी रात में हुई बारिश का कहर यह था कि नदी नालों में जमकर उफान नज़र आ रहा था। लखनवाड़ा में बैनगंगा का निचला पुराना पुल पूरी तरह जलमग्न हो गया था।

शहर में रात हुई बारिश के बाद लोगों के घरों की पक्की छतें टपकने लगीं तो लोग आशंकित हो गये। सुबह सवेरे अधिकांश लोगों के द्वारा एक दूसरे से यह पूछा गया कि क्या, उनके घरों में भी छत छपकती रही! जब लोगों को पता चला कि कमोबेश हर घर में यही आलम रहा तब लोगों ने राहत की सांस ली।

रविवार को अवकाश होने के चलते लोगों ने लखनवाड़ा और भीमगढ़ के नज़ारे देखने का आनंद उठाया। लखनवाड़ा तट पर लोगों का हुजूम लगा रहा। यहाँ पुलिस की व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद दिखी। पुलिस के कर्मचारियों के द्वारा लोगों को पानी के पास जाने से रोका जाता रहा और सेल्फी लेने के लिये भी लोगों को पानी से दूर रहने की समझाईश दी जाती रही।

उधर, समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के छपारा ब्यूरो से फैयाज खान ने बताया कि रविवार को भीमगढ़ बांध में बड़ी तादाद में लोग पहुँचे। लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को मशक्कत करना पड़ा। भीमगढ़ रेस्ट हाउस पहुँच मार्ग पर वाहनों का रैला देखते ही बन रहा था।

भीमगढ़ बांध के खुले गेट देखने के लिये लोग भारी तादाद में वहाँ पहुँच रहे थे। दिन में वाहनों की आवाजाही से वहाँ अनेक बार जाम की स्थिति भी बनती दिखी। छपारा पुलिस के कर्मचारी बांध पहुँच मार्ग के मुख्य द्वार पर मुस्तैद दिखायी दिये। सिवनी शहर में बुधवारी बाज़ार में भी बारिश के दौरान हर साल की तरह इस साल भी जल प्लवान की स्थित निर्मित हुई।