तापमान बढ़ा पर गर्माहट महसूस हुई कम
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। मौसम का मिज़ाज नरम गरम बना ही हुआ है। कभी पारा रफ्तार पकड़ता है तो पश्चिमी विक्षोभ या उत्तर भारत में होने वाली बर्फबारी से इसको ब्रेक लग जाता है। हाल ही में उत्तर और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के चलते मौसम में ठण्डक बनी हुई है।
मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस सीजन में उत्तर भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हुआ और उसके कारण मध्य प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्रों में बादल बारिश का मौसम बना रहा। अमूमन मार्च माह में गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगता था। इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह में गर्मी आरंभ होने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि होली के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण राजस्थान पर ऊपरी हवा का चक्रवात बनने से 20 मार्च को बादल – बारिश का पूर्वानुमान है। पश्चिमी विक्षोभ की शुरुआत में हवा की दिशा बदलने, बादल छाये रहने के साथ तापमान बढ़ता है और इसका प्रभाव समाप्त होते ही पारे में गिरावट होती है। ऐसे दौर में बारिश हो गई तो मौसम का मिजाज बदल जाता है। दस वर्षाे में पहली बार पश्चिमी विक्षोभ का इतना असर दिखा है।
सूत्रों की मानें तो होलिका दहन और धुरैड़ी के दिन जिले में बादलों की गड़गड़ाहट सुनायी दे सकती है। इसके साथ ही साथ दोनों दिन बूंदाबांदी की भी संभावनाएं सूत्रों ने जतायी हैं। सूत्रों के अनुसार बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तो रात में न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। घुरैड़ी पर दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तो रात में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।