(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। छिंदवाड़ा रोड स्थित ग्राम कोहका (पीपरडाही) में जारी श्रीमद भागवत कथा में काशी से आये कथावाचक पं. हितेन्द्र शास्त्री ने कथा के चौथे दिन श्रद्धालुजनों को कृष्ण, वामन अवतार, प्रहलाद चरित्र की कथा सुनाई।
उन्होंने बताया कि समय का चक्र किसी के लिये नहीं रुकता, वह निरंतर चलता रहता है। जो कार्य हमें करना है, उसे शीघ्र ही करना चाहिए। यह जरूरी नहीं कि हम बुढ़ापे में ही भजन करें। हमें भगवान के भजनों में निरंतर मन लगाकर भक्ति करते रहना चाहिए। भक्त प्रहलाद की तरह अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें. जिससे वह सत्कर्म करते हुए अच्छे मार्ग पर चलें। इस मौके पर उन्होंने कंस वध, पूतना वध आदि प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जीवन में सभी प्राणियों को संतों से अध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त करके संस्कारित व मर्यादित जीवन व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्ची भक्ति से ही हर व्यक्ति प्रभु की अपार कृपा प्राप्त कर सकता है। जीवन में अच्छे कार्यों को करते रहने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि भौतिकवादी संसार में प्रभु के साथ जो व्यक्ति नाता जोड़ लेता है, उसे जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती। स्वार्थ पूर्ण कायरें का कभी उचित फल नहीं मिलता।
कथाआयोजक कोशल्या बाई, नन्दू सनोडिया, प्रमोद सनोडिया, आरती, राहुल, रानू, प्रदीप कुमार, कुसुम सनोडिया ने बताया कि कथा का समापन 27 अप्रैल को भोजन प्रसाद वितरण के साथ होगा।