(ब्यूरो कार्यालय)
मुंबई (साई)। अजय देवगन की हालिया रिलीज ‘दृश्यम 2’ की बंपर सफलता ने रीमेक फिल्मों को लेकर उम्मीद की किरण जगाई है। इससे पहले ‘विक्रम वेधा’ और ‘जर्सी’ जैसी रीमेक फिल्में औंधे मुंह गिर चुकी हैं। अब देखना होगा कि भोला और शहजादा जैसी रीमेक फिल्मों का क्या भविष्य होगा।
लगातार फ्लॉप फिल्मों के दौर से गुजर रहे बॉलिवुड को पिछले हफ्ते रिलीज हुई अजय देवगन की फिल्म ‘दृश्यम 2’ से उम्मीद की किरण दिखाई दी है। अपनी रिलीज के पहले छह दिनों में 90 करोड़ से ज्यादा कमाई कर चुकी यह फिल्म रिलीज के पहले हफ्ते में 100 करोड़ क्लब में एंट्री कर लेगी।
इससे पहले इस साल सिर्फ 6 फिल्में ‘केजीएफ 2’, ‘आरआरआर’, ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’, ‘द कश्मीर फाइल्स’, ‘भूल भुलैया 2’ और ‘ब्रह्मास्त्र’ ही 100 करोड़ क्लब में पहुंची हैं। इनमें से भी बॉलिवुड की अपनी महज 4 फिल्में ही हैं और बाकी दोनों डब फिल्में हैं। इस तरह ‘दृश्यम 2’ इस साल हिंदी बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ क्लब में पहुंचने वाली सातवीं और बॉलिवुड की पांचवी फिल्म होगी। यह बात और है कि यह फिल्म भी मोहनलाल स्टारर मलयालम फिल्म ‘दृश्यम 2’ की ऑफिशल रीमेक है।
बेशक ‘दृश्यम 2’ की सफलता ने बॉलिवुड में रीमेक के भविष्य को लेकर नया सवाल खड़ा कर दिया है। इससे पहले साउथ फिल्मों की रीमेक ऋतिक रोशन की ‘विक्रम वेधा’ और शाहिद कपूर की ‘जर्सी’ जैसी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर नहीं चल पाने से रीमेक पर सवालिया निशान खड़े हो गए थे, लेकिन अब ‘दृश्यम 2’ की बंपर सफलता ने फिल्मवालों को उलझन में डाल दिया है कि आगे रीमेक फिल्में बनानी चाहिए या नहीं।
‘दृश्यम 2’ की बंपर सफलता से उत्साहित अजय देवगन ने अपनी एक और फिल्म ‘भोला’ का टीजर लॉन्च किया है। यह फिल्म तमिल फिल्म कैथी की ऑफिशल रीमेक है, जिसमें लीड रोल तमिल ऐक्टर कार्ति ने किया है। डायरेक्टर लोकेश कनगराज ने इस सीरीज की अगली फिल्म सुपरस्टार कमल हासन के साथ ‘विक्रम’ बनाई है। जो कि दुनियाभर में सुपरहिट रही। उत्साहित लोकेश इस सीरीज की अगली फिल्म भी प्लान कर रहे हैं।
उन्होंने अपनी एक्शन फिल्मों की इस सीरीज को मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की तर्ज पर लोकेश सिनेमैटिक यूनिवर्स नाम दिया है। खबर है कि अजय देवगन भी लोकेश की तर्ज पर भोला को तीन फिल्मों की सीरीज में बनाएंगे। फिल्म के दूसरे भाग के लिए सलमान खान को संपर्क करने की चर्चा है। हालांकि अजय देवगन की टीम ने इससे इनकार किया है। वहीं हाल ही में कार्तिक आर्यन की ‘शहजादा’ का भी टीजर लॉन्च हुआ है।
यह अल्लू अर्जुन स्टारर सुपरहिट तेलुगू फिल्म ‘अला वैकुंठपुरमुलू’ की ऑफिशल रीमेक है। अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’ की जबर्दस्त सफलता के बाद ‘अला वैकुंठपुरमुलू’ के निर्माता फिल्म को हिंदी में डब करके सिनेमाघरों में रिलीज करना चाहते थे। लेकिन ‘शहजादा’ के निर्माताओं ने इसे रुकवा दिया। हालांकि अब इस फिल्म को हिंदी में डब करके टेलिविजन पर रिलीज किया जा रहा है। वहीं कैथी को तमाम लोग ओटीटी पर देख चुकी हैं। जबकि ‘विक्रम’ तो हिंदी में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इसके बाद इसे तमाम लोगों ने ओटीटी पर भी देखा है।
शाहिद कपूर और मृणाल ठाकुर की फिल्म ‘जर्सी’ जब सिनेमाघरों में रिलीज होकर फ्लॉप हुई थी, तो इसकी लीड ऐक्ट्रेस मृणाल ठाकुर ने कहा था कि नानी स्टारर ओरिजिनल फिल्म ‘जर्सी’ ऑनलाइन मुफ्त में उपलब्ध है, तो इसलिए दर्शक उनकी फिल्म देखने सिनेमा नहीं आए।
फिल्मी दुनिया के जानकार रीमेक फिल्मों की सफलता और असफलता का फंडा यही बताते हैं कि ओरिजिनल फिल्म जिसका रीमेक हुआ है, वह हिंदी में उपलब्ध नहीं होनी चाहिए। मसलन मलयालम ‘दृश्यम 2’ हिंदी में उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा खुद अजय देवगन ने सात सालों तक फिल्म की रिकॉल वैल्यू को बनाए रखा। इससे दर्शक ‘दृश्यम’ को भूले नहीं।
इस बारे में बात करने पर प्रोड्यूसर और फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर कहते हैं, ‘साउथ की फिल्में कम बजट में बनती हैं, लेकिन उनकी हिंदी रीमेक का बजट बहुत ज्यादा हो जाने के कारण उन्हें हिट होने के लिए काफी ज्यादा कलैक्शन की जरूरत होती है। अगर फिल्म का बजट कंट्रोल रखा जाए, तो शायद रीमेक फिल्मों की सफलता की दर बढ़ सकती है। इसके अलावा अगर जिस फिल्म का रीमेक किया जा रहा है, उसका हिंदी वर्जन उपलब्ध ना हो, तो इसका फायदा रीमेक फिल्म को निश्चित तौर पर मिलेगा।’