छोटी दूरी की ट्रेन चलाने जबलपुर में बनने लगा ईएमयू स्टेशन

 

 

 

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। जबलपुर से नरसिंहपुर और जबलपुर से कटनी के बीच ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन चलाने के लिए जबलपुर रेल मंडल ने तैयारी शुरु कर दी है।

इसके लिए मुख्य रेलवे स्टेशन पर नया स्टेशन ए वन बनने लगा है। इसके बनते ही जबलपुर रेलवे स्टेशन में 7 प्लेटफार्म हो जाएंगे। हालांकि यह स्टेशन, बाकी छह से छोटा होगा। इसकी औसतन लंबाई तकरीबन 167 मीटर रखी जा रही है, जबकि दूसरे प्लेटफार्म की तकरीबन 650 मीटर है। ए वन स्टेशन पर 8 कोच की ट्रेन खड़ी हो सकेगी।

24 घंटे में सफर करते हैं 10 हजार यात्री

पश्चिम मध्य रेलवे का दावा है कि इटारसी से जबलपुर और जबलपुर से कटनी के बीच विद्युतीकरण का काम हो गया है, जिसके बाद ईएमयू ट्रेन चलाना आसान हो गया है। इतना ही नहीं इस रूट पर 12 घंटे में तकरीबन 10 हजार यात्री अपडाउन करते हैं। यानी ईएमयू के लिए रूट और यात्री मौजूद हैं और अब स्टेशन भी बनकर तैयार हो रहा है। इसके बाद इन स्पेशल कोचों का यहां मेंटेनेंस करने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं दूसरी ओर रेलवे के जानकार बताते हैं कि जुलाई में आ रहे रेलवे के नए टाइम टेबल में इन ट्रेनों के लिए भी समय निकालने का प्रस्ताव है।

क्या है ईएमयू ट्रेन

इस ट्रेन में तकरीबन 8 से 10 कोच होते हैं, जो विद्युत से चलते हैं। इसमें लोको (इंजन) बदलने की जरूरत नहीं होती क्योंकि इनके अगले और पिछले कोच में इंजन जुड़ा होता है। ट्रेन आखिरी स्टाप पर रुकने के बाद कुछ मिनट के भीतर वापस रवाना हो जाती है।

इसलिए बढ़ी संभावना

जबलपुर से नरसिंहपुर के बीच 12 घंटे के दौरान 15 हजार पैसेंजर चढ़ते-उतरते हैं

इनमें 10 हजार पैसेंजर इस रूट पर डेली अप-डाउनर हैं, जिनकी एमएसटी बनी है

जबलपुर से 90 फीसदी शासकीय कर्मचारी रोज काम करने नरसिंहपुर जाते हैं

नरसिंहपुर से 40 फीसदी शासकीय कर्मचारी नौकरी करने जबलपुर आते हैं

इस रूट पर मेडिकल, नर्सिंग कॉलेज, इंजीनियर की पढ़ाई करने विद्यार्थी डेली अपडाउन करते हैं

प्राइवेट और प्रोफेशनल काम के लिए युवा, डेली इस रूट पर सफर करता है

55 से 60 मिनट का सफर कम होगा

इन कोच के मेंटेनेंस के लिए शेड की जरूरत है। पश्चिम मध्य रेलवे ने इसके लिए रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मांगी है। रेलवे के जानकारों के मुताबिक यदि नरसिंहपुर-जबलपुर-कटनी रेल रूट पर ईएमयू ट्रेन चलती है तो पैसेंजर्स का तकरीबन 55 से 60 मिनट का सफर कम करेंगी।