(पप्पू पुषाम)
भोमा (साई)। केवलारी विधानसभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले भोमा क्षेत्र में इन दिनों झोला छाप डॉक्टरों का जाल फैला हुआ है। डिग्री न होने के बाद भी ये लोग आने वाले मरीज़ों का उपचार अंग्रेजी दवाईयों से कर रहे हैं। हल्के, फुल्के बुखार में तो लोगों को इनकी सलाह से लाभ मिल जाता है, लेकिन गंभीर रोग वाले रोगी इनसे उपचार लेकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
बताया जाता है कि ये झोला छाप चिकित्सक गाँव गाँव में घूम-घूम मरीज़ों को तलाशते हैं और अपने लटकाये हुए झोले में रखी कुछ अंग्रेजी दवाएं और इन्जेक्शन लगाकर वे लोगों का उपचार कर रहे हैं। ग्रामीणजन भी इनके चक्कर में इसीलिये आ जाते हैं, क्योंकि एक तो उन्हें गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ता और घर आया डॉक्टर खुद दवा और इन्जेक्शन देकर उपचार कर देता है। इतना ही नहीं वे फीस भी अन्य डॉक्टरों की तुलना में कम लेते हैं, जिसके कारण लोग इनकी सेवाएं लेने में कोई संकोच नहीं करते।
यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि गाँव – गाँव घूमकर झोला छाप अपनी दुकानदारी करने वालों में एक एल.आई.सी. एजेंट तो एक अन्य व्यक्ति शामिल है, जो सुबह से ही क्षेत्र के खमरिया, कुड़ोपिपरिया, कन्हान, कुड़ो, मुण्डरई, लखनटोला, बम्होड़ी, रामाटोला, पद्दी, उड़ेपानी में अपना करोबार कर रहे हैं।

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