एनएमसी बिल के विरोध में डॉक्टरों ने जलाई प्रतियाँ

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। आईएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर शुक्रवार को जिला चिकित्सालय सिवनी में एनएमसी बिल-2019 के विरोध में प्रतीक प्रतियां जलाकर प्रदर्शन किया गया।

आईएमए के जिला अध्यक्ष डॉ.सुनील अग्रवाल के अनुसार यह बिल गरीब विरोधी व अमीरों के हितों की रक्षा के लिये लाया गया है। इस बिल के चार मुद्दों का आईएमए राष्ट्रीय स्तर पर विरोध कर रहा है। डॉ.अग्रवाल ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) बिल में खामियां गिनाते हुए शुक्रवार को सभी ने बिल को पूंजी पतियों को लाभ पहुँचाने, गरीबों विरोधी व स्टूडेंट विरोधी वाला बिल बताया। उन्होंने कहा कि सरकार मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को खत्म कर नया बिल से कुछ हासिल नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि बिल में मेडिकल की पढ़ायी पूरी कर चुके विद्यार्थियों को अपना अस्पताल खोलने से रोकने की कोशिश के तहत प्रावधान है। बताया कि बिल में अस्पताल चलाने के लिये इतने टर्म एण्ड कण्डीशन लाये गये हैं जो मेडिकल की पढ़ायी पूरी कर चुके गरीब विद्यार्थियों के लिये मुश्किल है। इससे पूंजीपतियों को ही लाभ पहुँचेगा।

उन्होंने कहा कि गरीब मरीज़ बड़े अस्पतालों में उपचार नहीं करवा पायेंगे। वहीं उन्होंने आयुष डॉक्टरों को एलोपेथ में प्रेक्टिस का बिल में प्रावधान कहीं से भी तर्कसंगत नहीं बताया। 24 से 26 जुलाई तक बिल के खिलाफ सभी भूख हड़ताल पर जाने की बात उन्होंने कही। मौके पर डॉ.सुनील अग्रवाल, डॉ.दीपक अग्रिहोत्री, डॉ.सौरभ जठार, डॉ.मधुरेन्द्र चौधरी, डॉ.सुदीप वर्मा, डॉ.किशोरी लाल उईके, डॉ.नामदेव, डॉ.सिरोठिया,डॉ. सुदीप वर्मा व अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

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