(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। शहरी इलाकों के स्कूल तो फिर भी ठीक हैं, ग्रामीण अंचल में जिन शिक्षकों पर सरकार लाखों रुपये वेतन में खर्च कर रही है, वही शिक्षक गाँव के नौनिहालों के भविष्य को लेकर फिक्रमंद नहीं दिख रहे हैं।
यही हकीकत अधिकारियों को निरीक्षण में नज़र आ रही है। बीआरसीसी घंसौर जब औचक निरीक्षण पर निकले तो स्कूल टाइम पर कई स्कूलों में ताला तो कुछ में शिक्षक ही गैरहाजिर थे। अब बीआरसीसी ऐसे स्कूल के प्रधान पाठक, शिक्षक को नोटिस देकर जवाब तलब कर रहे हैं। इधर ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरह से मास्साब अपने बेटे – बेटियों को पढ़ाने, भविष्य बनाने में चिंतित रहते हैं, वैसे ही गाँव के इन बच्चों के भविष्य की भी चिंता करें तो उनका भी कार्य सार्थक होगा।
आदिवासी विकास खण्ड घंसौर के बीआरसीसी मनीष मिश्रा, बीएसी देवी प्रसाद सेन, दशरथ करयाम, भुवन मेश्राम एवं समस्त जन शिक्षा केंद्रों के सीएसी ने योजनाबद्ध तरीके से क्षेत्र के स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के अनुसार बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता, शाला सिद्धि एवं दक्षता उन्नयन के मापदण्डों के अनुरूप कार्य की प्रगति की जाँच की जा रही है।
बीआरसीसी मनीष मिश्रा ने सभी स्कूलों को निर्देश जारी किये कि स्कूल का स्टाफ एवं मध्यान्ह भोजन बनाने वाले समूह के कर्मचारियों को स्वच्छता बनाये रखने सार्थक पहल करें। सभी कर्मचारी नियमित रूप से शौचालय, विद्यालय भवन, परिसर की सफाई में सहभागिता करें एवं बच्चों को स्वच्छ वातावरण में पढ़ायें।
घंसौर विकासखण्ड के सभी स्कूलों में प्रधान पाठकों द्वारा बीआरसीसी कार्यालय के निर्देश के अनुसार प्रत्येक दिवस पर प्रत्येक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर स्वच्छता के लिये कार्य करने की सहमति ली गयी है जिसके तहत प्रधान पाठक के कक्ष ओर शौचालय में टाइम टेबल चस्पा किया गया है। बीआरसीसी ने सख्त निर्देश दिये हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जो अपेक्षाएं घंसौर विकास खण्ड से की गयी हैं उनका शत – प्रतिशत पालन करना व सुधार लाना अति आवश्यक है।
बीआरसीसी ने कहा कि विकासखण्ड का अमला इस दिशा में संयम और पूरे मनोयोग से कार्य करें, बहुत से स्कूल बेहतर कार्य कर रहे हैं परंतु कुछ स्कूलों में अभी भी सुधार की आवश्यकता है। बीआरसीसी एवं बीएसी, सीएसी की सघन मॉनीटरिंग में कुछ स्कूल समय के पहले बंद भी मिले जिनको कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। जवाब संतोषप्रद नहीं मिलने पर अग्रिम कार्यवाही के लिये जिला अधिकारियों को सूचित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि गुरुवार की सघन मॉनीटरिंग में प्राथमिक शाला डोभी, प्राथमिक माध्यमिक शाला जम्होड़ी खुर्द, समय के पहले बंद मिले जबकि बीएसी करयाम के निरीक्षण में प्राथमिक शाला साधुटोला बंद मिला। वहीं नियमानुसार अध्यापन गतिविधि नहीं कराने के कारण प्राथमिक ग्वारी टोला, बन्हाटोला, खुर्सीपार को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर किया गया है, जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर अग्रिम कार्यवाही की चेतावनी दी गयी है।

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