((ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने संविधान से जुड़ी बातें भी जानना जरुरी है। भारत में आज़ादी से पहले ब्रिटिश कानून को ही उपयोग में लिया जाता था लेकिन आज़ादी के बाद से संविधान को ही अनुसरण किया जाता है। भारत के संविधान को बनाने में भारतीय राजनेता और विचारकों का अहम योगदान रहा था जो सराहनीय है।
भारतीय संविधान पूर्ण रूप से हस्त लिखित है, जिसे श्याम बिहारी रायजादा ने लिखा था। संविधान की ऑरिजिनल कॉपी को आज भी हीलियम के अंदर डाल के भारतीय संसद की लाईब्रेरी में रखा गया है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। इसके 25 भाग 12 अनुभाग और 448 आर्टिकल हैं।
संविधान को तैयार करने में 02 साल 11 महीने 18 दिन का वक्त लगा था। संविधान के शुरूआती शब्द अमेरिका के संविधान से प्रेरित हैं जिनका उल्लेख आज भी देखने को मिल जाता है। संविधान 26 नवंबर को तैयार कर लिया गया था लेकिन तत्कालीन सरकार ने इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया।
संविधान जब पारित हुआ तो इस पर सभी 284 सांसदों से हस्ताक्षर लिये गये जिनमें 15 महिला सदस्य भी शामिल हैं। भारतीय संविधान को बनाने में कई संविधानों की मदद ली गयी थी। पाँच वर्षीय योजना रूस से तो मौलिक अधिकारों को आयरलैंड के संविधान से लिया गया था। समानता, एकाधिकार और कई ऐसे अन्य अधिकार फ्रेंच रेवोलुशन से लिये गये थे। किसी भी नागरिक के मूल भूत अधिकार भी अमेरिकी संविधान से प्रेरित हैं।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.