बिजली के भारी भरकम बिल पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा खनिज विभाग!
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। सिवनी जिले में खनिज विभाग की नाक के नीचे जिले के सीने को बेदर्दी के साथ छलनी किया जा रहा है। जिले में अनेक क्रॅशर्स की लीज़ का नवीनीकरण किया गया है या नहीं, यह बात किसी को नहीं पता है पर इन क्रॅशर्स में भारी भरकम बिजली के बिल अनेक संदेहों को जन्म दे रहे हैं।
खनिज विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी में सबसे ज्यादा क्रॅशर्स बण्डोल के आसपास स्थापित हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें से लगभग आधा दर्जन से ज्यादा क्रॅशर्स की लीज़ का नवीनीकरण अभी तक नहीं हो पाया है। इनके नवीनीकरण के प्रस्ताव आज भी लंबित ही पड़े हुए हैं।
सूत्रों ने सनसनीखेज जानकारी देते हुए बताया कि जिन क्रॅशर्स की लीज़ का नवीनीकरण नहीं किया गया है। उनके क्रॅशर्स का हर माह बिजली का बिल ही अगर चैक कर लिया जाये तो, जिला प्रशासन दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर हो सकता है। सूत्रों ने आगे कहा कि इन क्रॅशर्स के बिजली का बिल आखिर भारी भरकम आ कैसे रहा है? जाहिर है लीज़ का नवीनीकरण कराये बिना ही, इन क्रॅशर्स के संचालकों के द्वारा सिवनी जिले की धरती का सीना छलनी किया जा रहा है!
कहा जा रहा है कि बिजली विभाग इस मामले में इसलिये भी ज्यादा ध्यान नहीं देता है क्योंकि, बिजली विभाग को इस बात से शायद ही कोई सरोकार हो कि, क्रॅशर्स संचालकों के पास लीज़ है या नहीं, उसे तो राजस्व से मतलब है। यह शोध का विषय है कि, आखिर बंद पड़े क्रॅशर्स के बिजली का बिल हर माह भारी भरकम कैसे आ रहा है?

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