अतिक्रमण हटाओ अभियान में ही कर दी जाये मेजर रोड के लिये भूमि चिन्हित!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। अतिक्रमण हटाओ अभियान सात दिनों से लगातार जारी है। सिवनी के इतिहास में संभवतः पहला मौका होगा जब अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में प्रशासन या पुलिस को न तो बल प्रयोग करना पड़ रहा है और न ही जनता के विरोध का ही सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवारी के व्यवसायी कमलेश बागड़ ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि इस अभियान के लगातार सातवें दिन भी निर्विघ्न चलते रहने से एक बात साफ होती दिख रही है कि सिवनी शहर के नागरिक भी अतिक्रमण के कारण बुरी तरह परेशान नज़र आ रहे थे।
इस संबंध में अधिवक्ता याह्या आरिफ कुरैशी का कहना है कि प्रशासन के द्वारा की जाने वाली कार्यवाही स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के चलते शहर के अंदर से एक रिंग रोड (मूलतः मेजर रोड) के निर्माण के लिये अगर भूमि को चिन्हांकित किया जाकर उसे रिक्त कराकर इसका काम आरंभ करा दिया जाता है तो वर्तमान में सड़कों पर से यातायात के दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
पेशे से व्यवसायी इंजीनियर उदित कपूर का मानना है कि छिंदवाड़ा नाके के आगे से हड्डी गोदाम के पीछे, भैरोगंज में कॉलेज़ के पास से होते हुए अगर लूघरवाड़ा तक मेजर रोड वन एवं कटंगी नाका से अभिषेक कॉलोनी, बरघाट नाके के पास, बाबूजी नगर के पास से होते हुए अपर बैनगंगा कॉलोनी तक मेजर रोड टू को चिन्हांकित कर दिया जाये तो आने वाले समय में अंदरूनी रिंग रोड बनाये जाने के मार्ग प्रशस्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपर बैनगंगा कॉलोनी के आगे से चौड़ा मार्ग बींझावाड़ा होते हुए लूघरवाड़ा तक बना हुआ है। इस तरह अंदरूनी रिंग रोड का निर्माण आसानी से किया जा सकता है।
आर्किटेक्ट, इंजीनियर मिलिन्द हेल्कर का मानना है कि प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है, इसके साथ ही सड़कों के किनारे फुटपाथ या फैंसिंग न बनायी जाकर, जगह – जगह पार्किंग और सार्वजनिक प्रसाधन (पब्लिक टॉयलेट) बनाये जायें। प्रत्येक 300 मीटर पर कम से कम 20 कार, 30 दो पहिया वाहन और पंद्रह ऑटो रिक्शॉ की निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था की जाये। पब्लिक टॉयलेट प्रत्येक पाँच सौ मीटर पर बनाये जायें।
लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासन के द्वारा की गयी अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही से जनता संतुष्ट है, पर जगह – जगह फैले मलबे के कारण आवागमन बाधित होता दिख रहा है। इसके अलावा प्रशासन का अतिक्रमण विरोधी अमला जिस स्थान पर जा रहा है वहाँ पूरी तरह अतिक्रमण नहीं हटाये जा रहे हैं। यह अमला कुछ लोगों के अतिक्रमण तोड़ रहा है तो कुछ को चेतावनी देकर छोड़ रहा है जिससे संदेश बहुत अच्छा नहीं जा रहा है।
लोगों ने जिलाधिकारी प्रवीण सिंह से जनापेक्षा व्यक्त की है कि अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही को एक सिरे से आरंभ करवाया जाकर उस क्षेत्र को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद ही दूसरे स्थान की ओर रूख किया जाये। इसके साथ ही साथ अगर दोबारा कोई अतिक्रमण करता है तो इसके लिये संबंधित विभाग के अधिकारी या कर्मचारी की जवाबदेही निर्धारित कर दी जाये।

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