(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में पिछले दो दशकों से अध्यापनरत अतिथि विद्वान अपने अधिकार प्राप्ति के लिए एकजुट हो गए हैं। वचनपत्र के नियमितीकरण की मांग के लिए वर्षों से अपनी आवाज़ उठा रहे अतिथि विद्वानों की भविष्य सुरक्षा यात्रा सोहागपुर से भोपाल के लिए रवाना हो गई है।
यात्रा की अगुवाई कर रहे अतिथि विद्वान नियमितीकरण मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह और डॉ सुरजीत भदौरिया का कहना है कि अतिथि विद्वान पिछले कई वर्षों से प्रदेश की उच्च शिक्षा को अपने खून पसीने से सींचते आये है। इतने वर्षों तक विभाग की सेवा करने के बावजूद तथा नियमितीकरण हेतु कोई नीति आज तक न बन पाने के कारण आज भी अतिथि विद्वानों का भविष्य असुरक्षित है। अपने भविष्य को नियमितीकरण के माध्यम से सुरक्षित करने के उद्देश्य से अतिथि विद्वान भविष्य सुरक्षा यात्रा निकल कर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री कमलनाथ को नियमितीकरण का वचन स्मरण करा रहे है।
विधायक को सौंपा ज्ञापन
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के डॉ जेपीएस चौहान और डॉ आशीष पांडेय के अनुसार अतिथि विद्वानों ने सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन तथा सोहागपुर नगरपालिका अध्यक्ष श्री मालवीय को ज्ञापन सौंप सौंप कर सरकार तक अपनी बात पहुचने की गुहार लगाई है। अतिथि विद्वानों की भविष्य सुरक्षा यता लगातार चलती हुई आज सोहागपुर से अपने अगले पड़ाव की ओर रवाना हुई है। यात्रा में पूरे प्रदेश के अतिथि विद्वान अपनी सहभागिता कर रहे है।
वचन केवल अतिथि विद्वानों को
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रवक्ता डॉ मंसूर अली ने कहा है की लोक सेवा आयोग के तथाकथित चयनित यह भ्रांतियां फैला रहे हैं कि सरकार ने उन्हें नियुक्ति का वचन दिया था। जबकि बास्तबिकता यह है कि नियमितीकरण का वचन केवल अतिथि विद्वानों को वचनपत्र की कंडिका 17.22 के अनुसार दिया गया था।
भोपाल में अंतिम लड़ाई का आह्वान
अतिथि विद्वान भविष्य सुरक्षा यात्रा के माध्यम से सरकार और आमजन तक अपनी नियमितीकरण और वचन को पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं। रैली में साथ चल रहे संयोजक डॉ सुरजीत भदौरिया का कहना है कि हम सरकार से केवल वचनपत्र की कंडिका 17.22 अनुसार वचन पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं। और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। नियमितीकरण के लिए लगभग सभी रास्ते आज़मा चुके अतिथि विद्वान इस बार आर पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे है।

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