धर्म शास्त्र हमारे जीवन को देते हैं दिशा – सांसद
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। भागवत कथा हो या रामकथा, इसका सुनना ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि हम जो सुनते हैं उसका अपने जीवन में कितना अनुसरण करते हैं, यह महत्वपूर्ण है।
उक्ताशय के विचार सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन ने कान्हीवाड़ा के समीप गौ घाट में चल रही श्रीराम कथा के दौरान अपने संक्षिप्त उदबोधन में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि रामायण, गीता ये ऐसे ग्रंथ है जो हमें जीवन जीने की कला देते हैं। जीवन तो पशु भी जीते हैं किन्तु मानव जीवन किस ढंग से जीया जाये, हमारे जीने का तरीका क्या हो, हम अपने जीवन को कैसी दिशा दें जिससे जीवन सार्थक बन जाये, यह सब मार्गदर्शन हमें रामायण और गीता सहित सभी धर्म शास्त्रों से मिलता है।
सांसद डॉ.बिसेन शनिवार को गौ घाट पहुँचे, जहाँ सर्वप्रथम उन्हांेने श्रीराम कथा वाचक पंडित हेमन्त शास्त्री से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर सांसद डॉ.बिसेन ने कहा कि शास्त्रों को अपने आचरण में नहीं उतारने का ही परिणाम निर्भया जैसे काण्ड हैं। हम नौ दिनों तक देवी के विभिन्न रूपों का पूजन करते हैं। मातृ शक्तियों के सम्मान की बड़ी – बड़ी बात करते हैं। वहीं इसके विपरीत बेटियों को गर्भ में ही खत्म कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि हम शास्त्रों को सुनने के बाद उनका अनुसरण करते तो समाज में ऐसी मानसिक विकृतियां नहीं आतीं। इसी तरह हम प्रकृति से भी छेड़छाड़ करने से नहीं चूक रहे हैं। अधिक उपज के चक्कर में फसलों को इतनी अधिक रासायनिक खाद देते हैं उससे उत्पादन तो बढ़ जाता है किन्तु साथ मंे कैंसर, हॉर्ट, किडनी जैसी अनेक घातक बीमारी भी बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि जल समस्या भी एक गंभीर मसला है। इस अवसर पर डॉ.बिसेन ने सामाजिक समरस्ता की भावना मन में जगाने की बात कही ताकि आपसी द्वेष, कटुता, वर्ग, भेद का समाज मंे कोई स्थान न हो। सांसद द्वारा नागरिक संशोधन कानून के बारे मंे फैलायी जा रही भ्रांतियों को भी दूर किया।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.