खाने के पैसे न देने पर हुआ था विवाद!

 

(अपराध ब्यूरो)

सिवनी (ंसाई)। मंगलवार की रात बाहुबली चौराहा पर हुई मारपीट के पीछे होटल में खाना खाकर पैसा न देने का विवाद बताया जा रहा है।

कोतवाली पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मंगलवार को देर रात स्टेट बैंक के सामने स्थित कोहिनूर रेस्टॉरेंट में खाने की बात को लेकर प्रतीक और निकेत का विवाद रेस्टॉरेंट संचालक आनंद के साथ हो गया था। वाद विवाद काफी बढ़ गया था।

सूत्रों ने आगे बताया कि इसके बाद जब वहाँ से निकेत और प्रतीक वापस लौट रहे थे तब रेस्टॉरेंट संचालक आनंद के द्वारा उनके साथ मारपीट की गयी थी। मारपीट के दौरान प्रतीक और निकेत के सिर पर चोट आयीं। इसकी सूचना पुलिस को दिये जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची जिसके बाद घायल प्रतीक और निकेत को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिये भर्त्ती कराया गया। पुलिस ने निकेत और प्रतीक की रिपोर्ट पर आनंद के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर जाँच आरंभ कर दी है।

बीट इंचार्ज पर गिरी गाज : सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मामले में बारापत्थर बीट के प्रभारी अधिकारी पर आला अधिकारियों की भौहें तिरछी हो गयी हैं। मौके से ही किसी व्यक्ति के द्वारा मारपीट की जानकारी बीट प्रभारी को दिये जाने के बाद भी वे मौके पर नहीं पहुँचे। सूत्रों ने बताया कि आला अधिकारियों ने बीट प्रभारी से स्पष्टीकरण तलब किया है।

बहुत वीक है रिस्पॉन्स टाईम : सूत्रों ने इस बात को स्वीकार किया कि पुलिस को जानकारी मिलने के बाद रिस्पॉन्स टाईम बहुत ही वीक है। शहर छोटा सा है इस लिहाज़ से जानकारी मिलने के महज़ पाँच से दस मिनिट के अंदर ही पुलिस को मौके पर पहुँच जाना चाहिये किन्तु कई बार पुलिस काफी विलंब से पहुँचती है।

 

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.