आलस एक अच्छी आदत नहीं है, ये हम सभी जानते हैं फिर भी आलस की प्रवृत्ति बहुत सारे लोगों में मौजूद होती है और इसी आलसी प्रवृत्ति के चलते दुनिया का सबसे आलसी देश भी ढूंढ लिया गया है जो अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में सामने आया है और वो देश है इंडोनेशिया।
सबसे एक्टिव देश हांगकांग के लोग जहाँ रोजाना औसतन 6880 कदम चलते हैं वहीँ इंडोनेशिया के लोग सिर्फ 3513 कदम ही चलते हैं। ये सर्वे 46 देशों पर किया गया था जिनमें से भारत आलसी देशों की रैंकिंग में 39वीं रैंकिंग पर रहा। सेहतमंद लोगों को हर दिन कम से कम 10000 कदम चलना चाहिए लेकिन भारत के लोग हर दिन केवल 4297 कदम ही चलते हैं।
सर्वे में ये बात भी सामने आयी कि लोगों के एक्टिव रहने में जितनी ज्यादा असमानता होती है उतना ही मोटापा होता है। उदहारण के तौर पर, स्वीडन के लोगों में एक्टिविटी में ज्यादा हिस्सा लेने वाले और कम हिस्सा लेने वाले लोगों के अनुपात में अंतर कम है इसलिए यहाँ मोटापे का स्तर भी कम है।
इस सर्वे से ये बात भी स्पष्ट हुयी है कि एक्सरसाइज के मामले में कई देशों में महिला और पुरुष की संख्या में भी काफी अंतर है। जापान जैसे देश में जहाँ महिला और पुरुष एक साथ एक्सरसाइज करते हैं वहां मोटापा और असमानता काफी कम हैं जबकि अमेरिका और सऊदी अरब जैसे देशों में महिलाएं फिटनेस के लिए काफी कम समय देती हैं इसलिए ऐसे देशों में एक्सरसाइज में काफी ज्यादा अंतर देखने को मिला है।
अधिकांश स्मार्टफोन में यूजर के कदम गिनने के लिए एक्सेलेरोमीटर की सुविधा मौजूद होती है। इस रिसर्च को अंजाम देने के लिए करीब 7 लाख लोगों के डेटा को इकट्ठा किया गया जो अर्गस एक्टिविटी मॉनिटरिंग ऐप का इस्तेमाल करते थे। ये रिसर्च मानव विकास पर किये गए किसी भी रिसर्च के मुकाबले 1000 गुना बड़ा रहा और इसमें लोगों की गतिविधियों के अलावा उनके व्यवहार को भी परखा गया।
इस सर्वे का हिस्सा भले ही आप नहीं बने हों लेकिन अब आप ये तो जान चुके हैं कि हर दिन पैदल चलना और एक्टिव बने रहना कितना जरूरी होता है इसलिए आप भी हर दिन पैदल चलने और एक्टिव बने रहने की तैयारी कर लीजिये क्योंकि फिट और एक्टिव होकर ही आलस से दूर रहा जा सकता है।
(साई फीचर्स)

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