खंडहर पड़े मकान,टूटी नाली व सड़कों पर गड्ढे

अतिक्रमण के 5 माह बाद नगरपालिका ने नही ली सुध

(ब्‍यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। बरघाट रोड सीव्ही रमन वार्ड,टैगोर वार्ड एवं महावीर वार्ड के लोगों ने नगरपालिका पर इन वार्डो के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।

लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा 5 माह पूर्व इन वार्डो में अतिक्रमण अभियान के तहत भवन एवं नालियाँ तोड़ी गई। इसके बाद यह कहा गया था कि शीघ्र ही यहां की नालियाँ एवं सड़कों को दूरूस्थ किया जायेगा। लेकिन देखने में आया कि इसके बाद दोबारा झांकने भी नही आये नगरपालिका के अधिकारीगण जिसके कारण लोगों में रोष व्याप्त है।

सेनेटाईज के बाद भी नही भाग रहे मच्छर

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की स्थिति में सारे कार्य बंद पड़े है। लेकिन क्षतिग्रस्त नालियों  के कारण इन वार्डो में मच्छरों का प्रकोप दिन ब दिन बढ़ रहा है। कहने को तो पूरे शहर को सेनेटाईजर सिंचकर वायरस के प्रकोप से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन जब मच्छर भी सेनेटाईजर  के बाद नही भाग रहे तो कोरोना वायरस समाप्त होने की कल्पना करना अपने आपसे झूठ बोलना होगा।

नगरपालिका सिर्फ टैक्स वसूलती 

इतना ही नही अतिक्रमण कार्यवाही के दौरान क्षतिग्रस्त मकान वालों को यह भी सूचित नही किया गया कि वह अपने मकानों को दूरूस्थ करा ले। ऐसी स्थिति में पूरा शहर खंडहर की तरह नजर आ रहा है। लेकिन नगरपालिका तो सिर्फ टैक्स वसूलने का कार्य करती है। उसे तो इन सब समस्या से कोई सरोकार नही।

नालियों के कारण टूट गई सड़कें

उल्लेखनीय है कि क्षतिग्रस्त नालियों के कारण सड़कें भी जगह-जगह से टूट गई है। जिसके कारण आये दिन दुर्घटना घटती रहती है। लेकिन लॉकडाउन की स्थिति में इन घटनाओं की सूचना थाने तक नही पहुंच पाती। बेहतर होता लॉकडाउन की स्थिति में मनरेगा की तरह नगर मुख्यालय की सड़कें जो क्षतिग्रस्त हो गई है। उनके सुधार का कार्य भी तत्काल कराया जाये। जिससे लोगों को होने वाली असुविधा से रोका जा सके।

इन्होंने की मांग

उक्त मांग को लेकर टैगोर वार्ड निवासी सुनील सोनी,सुखदेव बंशकार,गौरीशंकर चौधरी,कमल नाविक,प्रमोद नाविक,सतीश नाविक, नंदन यादव,प्रसंग जैन,सजल जैन,बीएल गोल्हानी,विनय बांस,अखिलेश यादव,विजय यादव,अंशू यादव,विशाल नाविक सहित अनेक लोगों ने शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.