शनिवार 04 जुलाई 2020 का प्रदेश स्तरीय आडियो बुलेटिन पढ़िए

नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में शनिवार 04 जुलाई 2020 का प्रदेश स्तरीय आडियो बुलेटिन, अब आप रीना सिंह से समाचार सुनिए.
देश में कोरोना के संक्रमित मरीजों की तादाद का आंकड़ा साढ़े छः लाख के उपर पहुंच गया है। वर्तमान में यह आंकड़ा छः लाख 51 हजार 46 पहुंच गया है। देश में कुल एक्टिव मरीजों की तादाद से लगभग एक लाख 57 हजार से ज्यादा ठीक होने वालों की तादाद हो गई है। देश में अब तक सक्रिय मरीजों की तादाद 02 लाख 37 हजार 440 एवं रिकव्हर्ड मरीजों की तादाद 03 लाख 94 हजार 849 है, एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 18 हजार 691 है। अब तक देश में कुल 95 लाख 40 हजार 132 लोगों का कोविड परीक्षण कराया जा चुका है। मध्य प्रदेश में संक्रमित मरीजों के मिलने की तादाद अब कम होती दिख रही है। प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की तादाद से लगभग 08 हजार 394 ज्यादा लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। प्रदेश में आंकड़ा 14 हजार 297 पहुंच गया है, जिसमें एक्टिव मरीजों की तादाद 02 हजार 655, रिकव्हर्ड मरीजों की तादाद 11 हजार 49 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 593 है।
प्रदेश में जिन जिलों में कोरोना के संक्रमित मरीजों की तादाद दो सौ से ज्यादा है उनमें इंदौर में 04 हजार 776, एक्टिव मरीजों की तादाद 874, भोपाल में 02 हजार 933, एक्टिव मरीजों की तादाद 462, उज्जैन में 863, एक्टिव मरीजों की तादाद 20, मुरैना में एक्टिव मरीजों की संख्या 540 एवं सक्रिय मरीजों की तादाद 341, नीचम में 448 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 17, ग्वालियर में कुल 436 संक्रमित मरीजों में से 143 एक्टिव, जबलपुर में कुल मरीजों की संख्या 423 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 73, बुरहानपुर में 402, एक्टिव मरीजों की तादाद 12, सागर में कुल मरीजों की संख्या 396 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 89, खण्डवा में 322 कुल एवं एक्टिव 40, खरगौन में कुल 300 मरीजों में एक्टिव मरीजों की तादाद 24, भिण्ड में 265 कुल संक्रमित मरीजों में से एक्टिव मरीज 96 एवं देवास में कुल मरीज 226 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 26 हैं। प्रदेश में होशंगाबाद एवं अनूपपुर में एक्टिव मरीजों की तादाद शून्य है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में सफल हुए बच्चों को बधाई देते हुए भिंड के अभिनव शर्मा को प्रथम, गुना के लक्षदीप धाकड़ को द्वितीय और प्रियांश रघुवंशी को प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर विशेष बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एम.पी. बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में यदि अपेक्षा अनुरूप किसी विद्यार्थी का परिणाम न आया हो, वह असफल हुआ हो तो भी दुःखी और निराश होने की जरूरत नहीं है। जीवन में अभी और भी बहुत मौके मिलेंगे। कई परीक्षाओं में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा, जिसमे ये विद्यार्थी भी विजयी होंगे, मेरा आशीर्वाद सदैव साथ है।
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मध्य प्रदेश में 10 वीं परीक्षा के रिजल्ट में ग्रामीण परिवेश के छात्रों ने शहरी स्कूल के छात्रों को टक्कर देते हुए लगभग बराबरी पर आ गये हैं। शहरी स्कूलों में उत्तीर्ण विद्यार्थीयों का प्रतिशत जहां 62.97 रहा वहीं ग्रामीण स्कूल में भी 62.72 प्रतिशत छात्र पास हो गये। दोनों परिवेश में परीक्षा परिणाम इतना कम अंतर दर्शता है कि कम सुविधाएं होने के बाद भी ग्रामीण परिवेश के छात्रों ने परीक्षा परिणाम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। और ये जता दिया है कि अगर इनको सुविधाएं मिले तो परिणाम और बेहतर हो सकते हैं।
प्रदेश में 11 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी जिनमें से 62.84 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। इन छात्रों में 16.95 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी भी उत्तीर्ण हुए। कुल 60.09 प्रतिशत नियमित छात्र पास हुए। वहीं 65.87 प्रतिशत नियमित छात्राओं ने बाजी मारी। इस बार दसवीं के रिजल्ट के बाद 12वीं का रिजल्ट अलग दिन घोषित किया जाएगा। इससे पहले तक दसवीं और 12वीं का रिजल्ट एक ही दिन और एक ही समय पर घोषित किया जाता था। इसके अलावा 30 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोरोना संक्रमण के लॉकडाउन के दौरान कापियों का मुल्यांकन भी वर्क फ्राम होम किया गया था।
एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा 03 मार्च 2020 से शुरू होकर 27 मार्च 2020 को खत्म होनी थी लेकिन लॉक डाउन की वजह से 20 मार्च से लेकर 11 अप्रैल 2020 तक की परीक्षाएं स्थगित कर दीं गई थीं और 10वीं बोर्ड के दो पेपर नहीं हो पाए थे। बाद में बोर्ड ने इन पेपर्स को पहले लेने का फैसला लिया था लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण पेपर नहीं हो पाए और बाद में सीएम शिवराज सिंह ने कहा था कि दसवीं के नतीजे ली गई परीक्षा के आधार पर घोषित होंगे। जहां तक स्थगित किए गए विषय हैं, उसमें छात्रों को पास कर दिया जाएगा. उनकी मार्क शीट पर संबंधित विषय में पास दिखेगा।
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सिंगरोली जिले के चितरंगी क्षेत्र में चकरिया के अलावा गुरार पहाड़ में भी सोने के अयस्क का पर्याप्त भंडार है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की अनुशंसा पर सरकार ने गुरार पहाड़ में भी खनन कराने का निर्णय लिया है। सोने की नई खदान की नीलामी को लेकर शासन स्तर से निर्देश जारी होने के बाद स्थानीय अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही नीलामी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अयस्क भंडार वाला क्षेत्र राजस्व व वन विभाग के अधिकार में है। प्रशासन की ओर से तहसीलदार से सहमति मिल चुका है।
सोने की खदानों की बात करें तो मध्य प्रदेश के दो जिलों में सोने के अकूत भंडार मिले है जिसमें कटनी के इमलिया और सिंगरौली के चकरिया में 200 करोड़ से ज्यादा के सोने के भंडार का पता चला है। कटनी में 6.5 हेक्टेयर में इमलिया की खदान है और सिंगरौली में फल चकरिया खदान का 23.57 हेक्टेयर क्षेत्र है। इन खदानों को प्रदेश सरकार ने नीलाम कर दिया है इन दोनों खदानों की नीलामी 177 करोड़ में हुई है। जिनसे सरकार को 19 करोड़ रुपए का राजस्व मिलेगा।
देश में पहली बार मध्य प्रदेश में सोने की खदानों की नीलामी की गई है। ये खदानें कंपनियों को 50 साल के लिए दी गई हैं, लेकिन उन्हें तीन साल में माइनिंग प्लान व पर्यावारण सहित अन्य अनुमतियां लेनी होंगी। इस अवधि में कंपनियां ये स्वीकृतियां नहीं ले पाती हैं तो इनका ठेका निरस्त कर दिया जाएगा। सोने की इन दोनों खदानों की नीलामी 5 जुलाई 2019 को छतरपुर की बंदर हीरा खदान के साथ की गई थी। तब नीलामी में सिर्फ एक-एक कंपनी ही शामिल हुई थी। इसके चलते दोबारा टेंडर जारी किया गया। इस बार चकरिया के लिए विनायक इंटर प्राइजेज और गरिमा नेचुरल रिसोर्स कंपनी रायपुर ने टेंडर जमा किया। इमलिया की खदान के लिए सिर्फ प्रोस्पेक्ट रिसोर्स लिमिटेड मुंबई ने नीलामी में हिस्सा लिया।
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पाठ्य पुस्तक निगम की पुस्तकों की नकली प्रति जबलपुर के बाजार में बिक रही हैं। ऐसी आशंका पाठ्य पुस्तक निगम ने व्यक्त की है। निगम के इस आशय का पत्र पहुंचने के बाद शिक्षा विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारी गंभीर हैं। निगम ने ऐसी पुस्तकें पकडऩे के लिए छापामारी करने के लिए जिला प्रशासन से निवेदन किया है। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आगाह करते हुए बाजार में निगम की किताबों की जांच करने के लिए कहा है। सम्बंधित विकासखंड के अधिकारी पुस्तक विक्रेताओं, प्रतिष्ठानों में औचक निरीक्षण कर जांच करेंगे। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी से एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। जानकारों का कहना है कि कुछ जिलों से पाठ्य पुस्तक निगम के पास नकली पुस्तकें बेचने की शिकायत पहुंची हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग के साथ ही एसडीएम को भी अपने क्षेत्र में जांच करने के लिए कहा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी सुनील नेमा ने बताया कि निगम की पुस्तकों की नकली प्रतियों के विक्रय को लेकर पापुनि ने आशंका जताई है। इसे लेकर कलेक्टर ने जांच करने के निर्देश दिए हैं। टीम गठित कर हम जांच शुरू करा रहे हैं।
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शिक्षक भर्ती परीक्षा में पात्र उम्मीदवारों के सत्यापन की प्रक्रिया जबलपुर में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा कार्यालय एवं महारानी लक्ष्मी बाई कन्या हायर सेकन्डरी स्कूल में संचालित की गई। करीब सौ आवेदक सत्यापन केंद्र पहुंचे। सम्भागीय संयुक्त संचालक कार्यालय में ज्वाइन डायरेक्टर राजेश तिवारी ने दस्तावेज बारीकी से चैक किए। उन्होंने अधिनस्थ स्टाफ को निर्देशित किया कि दस्तावेजों में कोई संदेहास्पद स्थिति दिखती है तो उसे एप्रूवल न करें। प्रकरण की जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों दें।
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इंदौर से एक खबर आ रही है कि ऑनलाइन क्लास, छात्रों की फीस व शिक्षकों के वेतन को लेकर शहर के स्कूलों में विवाद बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों ऑनलाइन क्लास का पालकों ने विरोध किया तो एक स्कूल ने एक पालक को उसके बच्चे का टीसी ही घर पहुंचा दिया। इस मामले में पालक ने जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की है।
पालक अमित सिकरवाल के मुताबिक, बेटा प्रथमेश वेदांश इंटरनेशनल स्कूल में तीसरी का छात्र है। स्कूल प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास के बदले फीस की मांग की थी। मैंने इसका विरोध किया और कहा कि पांचवीं तक की ऑनलाइन क्लास पर प्रतिबंध लगा हुआ है। मेरे बेटे ने एक भी ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं की। ऑनलाइन क्लास व फीस का विरोध करने पर स्कूल प्रबंधन ने मेरे बेटे का टीसी रजिस्टर्ड डाक से घर भेज दिया। स्कूल प्रबंधन पालकों पर किताबें व यूनिफार्म निर्धारित दुकानों से खरीदने का दबाव भी बनाता है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की है।
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सिवनी जिले में मलेरिया के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। जिले में अभी तक मलेरिया के दस मरीज मिल चुके हैं। जून को मलेरिया माह घोषित कर स्वास्थ्य विभाग के अमले ने जागरुकता अभियान चलाया था। लेकिन जागरुकता अभियान का ज्यादा असर दिखाई नहीं दे रहा है। बारिश शुरू होने के बाद मलेरिया के आंकड़ों में और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
मलेरिया माह के समापन पर 29 व 30 जून को भोपाल से आए कीट वैज्ञानिक डॉ मनमोहन माहुलिया ने जिला मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवलारी के घंसौर गांव का दौरा किया। इस दौरान गांव में कीटनाशी दवा का छिड़काव कार्य का अधिकारियों ने अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान मलेरिया रैपिड किट व दवाइयों की उपलब्धता की भी जानकारी आशा कार्यकर्ताओं से ली गई। 19 उपस्वास्थ्य केंद्र के 21 गांव में मलेरिया को नियंत्रित करने दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। केवलारी गांव के बाद डांॅ माहुलिया व मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवलारी की लैब का निरीक्षण किया।
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मध्य प्रदेश विधानसभा में रामेश्वर शर्मा को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। रामेश्वार शर्मा भोपाल की हुजूर सीट से विधायक हैं। जगदीश देवड़ा के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
विधायक रामेश्वर शर्मा को मध्य प्रदेश विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। शर्मा भोपाल के हुजूर क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बने हैं और सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते हैं।
इससे पहले प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनने के बाद जगदीश देवड़ा को यह जिम्मेदारी दी गई थी। जगदीश देवड़ा ने 2 जुलाई को शिवराज मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया। अब नए स्पीकर के चुनाव तक शर्मा विधानसभा की गतिविधियों को संचालित करेंगे।
रामेश्वार शर्मा इस बार मंत्री पद के भी दावेदार थे, लेकिन गुरुवार को हुए कैबिनेट विस्तार में उन्हें शामिल नहीं किया गया। इसके बाद से वे पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं। माना जा रहा है कि शर्मा की इसी नाराजगी को दूर करने के लिए उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है।
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गुरुवार को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट के विस्तार के बाद शुरू हुआ टाइगर वॉर अब भी जारी है। शुक्रवार शाम सीएम चौहान ने इस बहाने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया तो शनिवार सुबह इसी मुद्दे पर प्रदेश सरकार में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस के जीतू पयवारी से भिड़ गए। हालांकि, इनकी भिड़ंत टाइगर वॉर से शुरू होकर टाइगर बाम पर केंद्रित हो गई।
शनिवार सुबह पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि टाइगर बाम बिकता है। इसके 10 मिनट भी नहीं हुए होंगे कि नरोत्तम मिश्रा ने इसका जवाब भी दे दिया। नरोत्तम ने तंज कसा कि कांग्रेस को उपचुनावों के बाद बाम की ज्यादा जरूरत पड़ने वाली है, इसलिए आप अभी से खरीद कर रख लें।
जीतू पटवारी और नरोत्तम की भिड़ंत से पहले शुक्रवार को दिन भर प्रदेश की राजनीति में टाइगर वॉर पर बयानबाजी होती रही। शुक्रवार सुबह दिग्विजय सिंह ने कहा कि माधवराव सिंधिया के जीवित रहते वे उनके साथ शेर का शिकार करने जाते थे। इसके थोड़ी देर बाद सैलाना में कमल नाथ ने कहा कि कौन सर्कस का टाइगर है और कौन पेपर टाइगर, इसका फैसला जनता करेगी।
कमलनाथ और दिग्विजय पर फिर दहाड़े सिंधिया- टाइगर जिंदा हैभोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट के विस्तार के बाद लगातार दूसरी बार बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला बोला। सिंधिया ने बीजेपी के भोपाल मुख्यालय में भाषण देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह का नाम लेकर कहा कि टाइगर जिंदा है। इससे पहले गुरुवार दोपहर कैबिनेट विस्तार के ठीक बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी का नाम लेकर यही डायलॉग बोला था। शाम को उन्होंने इन दोनों नेताओं को खुली चुनौती दी। दोपहर में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि कांग्रेसी उनके और उनके समर्थकों के चरित्र को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उपचुनाव में सभी 24 सीटों पर बीजेपी की जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि टाइगर अभी जिंदा है।
नरोत्तम ने कमलनाथ के इस बयान का जवाब ये कह कर दिया कि जनता इसका फैसला कर चुकी है। हालांकि, शाम होते-होते खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान भी टाइगर वॉर में कूद पड़े। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर पुरजोर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बंटाधार कराने वाले और दलालों की सरकार चलाने वाले टाइगर का क्या मुकाबला करेंगे। इधर, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा कि कांग्रेसी चील और कौवे उन्हें नोचने के लिए बैठे हैं।
एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी टाइगर वॉर में कूद पड़े हैं। शुक्रवार शाम बीजेपी की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने इसी बहाने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। चौहान ने दिग्विजय के बारे में कहा कि तुम क्या टाइगर का मुकाबला करोगे, खुद बंटाधार हो और कमलनाथ की सरकार का भी बंटाधार करा डाला। पूर्व सीएम कमलनाथ के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था। गुरुवार को शिवराज कैबिनेट के विस्तार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टाइगर जिंदा है वाला डायलॉग बोला था। उसके बाद से लगातार यह वॉर जारी है।
प्रदेश में टाइगर वॉर की शुरुआत सिंधिया के ही बयान से हुई थी। गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उन्होंने कहा था कि कांग्रेस उनके चरित्र पर लांछन लगाने की कोशिश कर रही है, लेकिन टाइगर अभी जिंदा है। गुरुवार शाम को बीजेपी कार्यालय में उन्होंने फिर यही बयान दिया था। इसके बाद से ही कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है।
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आगँनवाड़ी केन्द्रों को नियमित रूप से खोलने के लिए नए एप कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है। एप के माध्यम से मॉनिटरिंग की नई व्यवस्था में अब आगँनवाड़ी कार्यकर्ता की केन्द्र में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकेगी। यदि कार्यकर्ता आगँनवाड़ी केन्द्रों में नहीं पहुँचती है तो उनकी उस दिन की उपस्थिति मान्य नहीं होगी। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा तैयार करवाये गये इस नए एप में आगँनवाड़ी कार्यकर्ता अपने केन्द्र पहुँचकर पहले अपनी फोटो खीचेंगी, तब ही एप खुल पाएगा। एप खुलने पर लॉगिन करने पर ही उनकी उपस्थिति मानी जाएगी।
प्रदेश के सभी 97 हजार 135 आँगनवाड़ी और मिनी आगँनवाड़ी केन्द्रों की जियो टेगिंग का काम पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जिलों में कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर लागू किये जा चुके है। इन जिलों में 27 हजार 817 स्मार्ट फोन, सिम, एस.डी.कार्ड, इंटरनेट डाटा प्लान उपलब्ध करवाया जा चुका है। शेष 36 जिलों की 69 हजार 318 आगँनवाड़ी कार्यकर्ता और पर्यवेक्षको को इस सॉफ्टवेयर के उपयोग का चरणबद्ध रूप से जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस नई व्यवस्था के लागू होने से प्रदेश में किस दिन कितने आगँनवाड़ी केन्द्र खोले गए और कितने बंद रहे, यह जिलेवार जानकारी संचालनालय स्तर पर एप के माध्यम से उपलब्ध रहेगी। उच्च स्तर के अधिकारी किस जिले के किस ब्लाक में कितने केन्द्र खोले गए इसकी जाँच तथा संबंधितों से पूछताछ भी कर सकेंगे। इस व्यवस्था से अब सुपरवायजर को कार्यकर्ता की निगरानी के लिए आँगनवाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब वे अपने कार्यालय से ही एप के माध्यम से पता कर सकेंगे कि उनके सेक्टर में कितने आगँनवाड़ी केन्द्र खुले और कितने बंद है।
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आप सुन रहे थे रीना सिंह से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में शनिवार 04 जुलाई का प्रदेश स्तरीय आडियो बुलेटिन। रविवार 05 जुलाई को एक बार फिर हम आडियो बुलेटिन लेकर हाजिर होंगे, अगर आपको यह आडियो बुलेटिन पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब जरूर करें। फिलहाल इजाजत लेते हैं, नमस्कार।

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