नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज की समाचार श्रृंखला में ब्रहस्पतिवार 21 जनवरी 2021 का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन, अब आप रीना सिंह से समाचार सुनिए.
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मध्य प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस सक्रिय होती नजर आ रही है। कृषि कानूनों के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश एक के बाद एक बड़े आंदोलन कर रही है। मुरैना में हुई खाट पंचायत के बाद कांग्रेस अब भोपाल में राजभवन का घेराव करने जा रही है। 23 जनवरी को कांग्रेस का राजभवन घेराव आंदोलन होगा। इस आंदोलन का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ करेंगे। सभी कांग्रेस नेता जवाहर चौक पर जमा होंगे, जहां से राजभवन के लिए कूच करेंगे। कांग्रेस का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तब तक उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा।
कांग्रेस अपने आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की कवायद कर रही है। इस आंदोलन में कमलनाथ के साथ ही सभी बड़े नेता और विधायक शामिल रहेंगे। किसानों को एकत्र करने की जवाबदेही पूर्व मंत्रियों और जिला अध्यक्षों को सौंपी गई है। कांग्रेस की कोशिश भोपाल के आस-पास के जिलों से ज्यादा लोगों को लाने की है। सीहोर, होशंगाबाद, विदिशा, राजगढ़ और रायसेन के जिला अध्यक्षों समेत पूर्व मंत्रियों को किसानों को लाने और उन्हें वापस छोडऩे के इंतजाम का जिम्मा सौंपा गया है। कमलनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लोगों को आमंत्रित किया है। कमलनाथ ने अपील की है कि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस आंदोलन में शामिल होकर किसानों का साथ दें।
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प्रदेश में अब भूमाफियाओं की मश्कें कसने का काम प्रदेश की सरकार के द्वारा किया जा रहा है। लंबे समय बाद जरायपेशा लोगों के द्वारा सरकारी जमीनों पर किए गए कब्जे तोड़े जा रहे हैं। प्रदेश की सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण करने वाले माफियाओं और अतिक्रमणकारियों पर नकेल कसने के लिये प्रदेश सरकार ने एक नया विभाग गठित कर दिया है। इस विभाग का काम होगा कि, ये सूबे की सभी सरकारी ज़मीनों का हिसाब तो रखेगा ही, साथ ही साथ अतिक्रमण या विवाद की स्थिति में उसे विभागीय स्तर पर सुलझाने का काम भी करेगा। सरकार की ओर से इस विभाग का नाम श्लोक परिसंपत्ति प्रबंधनश् रखा गया है।
सरकार द्वारा आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोडमैप की सिफारिश पर मध्य प्रदेश लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग गठित कर दिया है। विभाग द्वारा प्रदेश के साथ साथ अन्य राज्यों में मौजूद राजकीय संपत्ति की भी देखरेख और निगरानी की जाएगी। विभाग का मुख्य दायित्व होगा कि, वो सरकारी जमीनों और संपत्तियों पर किसी का कब्जा न होने दे। अगर किसी ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया भ है, तो विभागीय स्तर पर उसे मुक्त कराने की जिम्मेदारी भी उसी की होगी।
सीएम शिवराज ने मंत्रालय में सामान्य प्रशासन की बैठक में विभाग के गठन का फैसला लिया गया, साथ ही सीएम ने जल्द से जल्द विभाग को अपने दायित्वों पर काम शुरु करने के निर्देश भी जारी कर दिये हैं। सीएम ने कहा कि, प्रदेश के बाहर राज्य की संपत्तियों पर किसी तरीके का कब्जा ना हो सके, विभाग को इसका भी विशेष ध्यान रखना होगा। सीएम ने विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान कर्मचारियों को पात्रता के मुताबिक पदोन्नति देने के भी निर्देश दिये हैं। सामान्य प्रशासन विभाग बिना देरी के नियम मुताबिक़ समाधान निकाल कर कार्रवाई करे। सीएम ने कहा कि, विभागीय व्यवस्था में किसी तरह की देरी होना स्वीकार्य नहीं होगी, क्योंकि अब सिर्फ काम स्वकार होगा, बहाना नहीं।
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प्रदेश के अनूपपुर जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर वन अंचल गांव पचरीपानी में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं है। आज भी गांव में लोग पगडंडियों के सहारे ही जाते हैं। बिजली, पानी और सड़क इस गांव के लिए एक सपना है। ऐसे में यहां के लोग चकाचौंध भरी जिंदगी से कोसों दूर हैं। लेकिन एक वजह से इस गांव की चर्चा खूब हो रही है। पहाड़ीनुमा चट्टानों से अजीबोगरीब आवाज आ रही है। पत्थरों को बजाने पर नगाड़े की तरह आवाज निकलती है।
दरअसल, पचरीपानी गांव के पोंडिडोंगरी नामक चट्टानी पहाड़ गुफाओं से भरे घने जंगलों में मौजूद है। यहां होने वाले चमत्कार ने पोंडिडोंगरी पर्वत को सुर्खियों में ला दिया है। जानकारों के अनुसार अनूपपुर जिला मैकलांचल की पहाड़ियों में बसा है, इस मैकल पर्वत में कई विशाल पहाड़ समाहित हैं। उन्हीं में से एक पोंडिडोंगरी पहाड़ है। पोंडिडोंगरी पहाड़ के चट्टान से अजीबोगरीब आवाज आ रही है।
चट्टानों से नगाड़े की तरह आवाज लोगों के लिए कौतूहल का विषय है। आखिर कैसे इन विशाल चट्टानों पर किसी भी छोटे पत्थर या अन्य चीज से ठोकने पर नगाड़ों जैसी आवाज आती है।
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प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव रहे एम.गोपाल रेड्डी एक बार फिर चर्चाओं में दिख रहे हैं। प्रदेश के ई-टेंडरिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मेंटाना कंपनी के श्रीनिवास राजू और उसके सहयोगी आदित्य त्रिपाठी को हैदराबाद में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां से तीन फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इसी मामाले में प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एम गोपाल रेड्डी के हैदराबाद स्थिति आवास पर भी छापामार कार्रवाई कर दस्तावेजों की छानबीन की गई थी। मध्य प्रदेश में मेंटाना कंपनी काफी समय से काम कर रही है। जल निगम के टेंडरों में गड़बड़ी सामने आने पर शिवराज सरकार ने ही पिछले कार्यकाल में इस मामले की जांच राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (इओडब्ल्यू) से कराई थी।
सत्ता परिवर्तन के बाद कमल नाथ सरकार में तकनीकी जांच रिपोर्ट आई थी, जिसके आधार पर और विस्तृत जांच के निर्देश दिए गए थे। तबसे यह मामला एक विभाग से बढ़कर कई विभागों के टेंडर तक पहुंच गया। प्रकोष्ठ ने अधिकारियों और टेंडर लेने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों को बुलाकर पूछताछ भी की थी।
बड़ा मामला होने की वजह से प्रवर्तन निदेशालय ने इसे जांच में लिया और सात जनवरी को हैदराबाद में पूर्व मुख्य सचिव एम गोपाल रेड्डी के आवास पर छापामार कार्रवाई की। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर बुधवार को कंपनी के श्रीनिवास राजू और आदित्य त्रिपाठी को गिरफ्तार करके विशेष अदालत में प्रस्तुत किया, जहां से दोनों को तीन फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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समाचारों के बीच में हम आपको यह जानकारी भी दे दें कि मौसम के अपडेट जानने के लिए समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के चेनल पर रोजाना अपलोड होने वाले वीडियो जरूर देखें। मौसम से संबंधित अपडेट मूलतः किसानों, निर्माण कार्य करवाने वालों आदि के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा अब तक मौसम के जो पूर्वानुमान जारी किए गए हैं, वे 95 से 99 फीसदी तक सही साबित हुए हैं।
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राज्यसभा सांसद व बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिरकार भोपाल में सरकारी बंगला एलॉट हो गया है। 18 साल बाद सिंधिया का नया पता- ठ-5 श्यामला हिल्स हो गया है। यह बंगला करीब डेढ़ एकड़ में फैला है, जो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और उनके धुर राजनीतिक प्रतिद्वंदी दिग्विजय सिंह को मिले बंगले से बड़ा है। बंगला नं. बी-6 में रह रहीं उमा भारती, सिंधिया की पड़ोसी हैं, जबकि दिग्विजय सिंह 3 बंगले छोड़ कर ठ-1 में रहते हैं। मंत्रिमंडल गठन में भी सिंधिया के लोगों को भरपूर तवज्जो मिली है। ताजा फैसला भी बता रहा है कि वे कांग्रेस से भाजपा में आकर भी सत्ता-संगठन में पुराने जमे नेताओं पर भारी पड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव हारने के बाद केंद्र सरकार ने सिंधिया से दिल्ली (27 सफदरजंग रोड) का सरकारी आवास 27 जुलाई 2019 को खाली करा लिया था। गुना से सांसद रहते सिंधिया ने तीन साल पहले मप्र सरकार (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तीसरे कार्यकाल में) से भोपाल में सरकारी बंगला मांगा था, लेकिन उनका आवेदन करीब छह माह तक लंबित रहा। उस दौरान सिंधिया विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रहे। वे अपना बेस कैंप भोपाल को बनाना चाहते थे। सिंधिया ने कमलनाथ सरकार में भी प्रयास किया था। फिर 2019 में वह लोकसभा चुनाव हार गए और बंगला नहीं मिल पाया।
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एसटीएफ ने नकली नोट बनाकर चलाने वाली गैंग के चार आरोपियों को चोरल और खरगोन से गिरफ्तार किया है। इनके पास से 2 लाख के नकली नोट, प्रिंटर और अन्य सामान जब्त किया। एक आरोपी चोरल के वृंदावन ढाबे में छिपा बैठा था। उसने ढाबे पर 100 का नकली नोट दिया, वैसे ही टीम ने उसे पकड़ लिया। इससे पूछताछ के आधार पर तीन आरोपियों को खरगोन से गिरफ्तार किया। दो आरोपी फरार हैं।
एसटीएफ एसपी मनीष खत्री ने बताया, पकड़ाए आरोपी विशाल ठाकुर निवासी दौलत नगर धार हाल मुकाम 206 पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, पवन पिता राजेश बौरासी और आशीष पिता रामनारायण चौधरी दोनों निवासी शिप्रा विहार (उज्जैन), करण पिता बद्रीलाल चौहान निवासी दौलत नगर कोतवाली धार है। जबकि धार निवासी संजय वैष्णव उर्फ जय और रोमियो उर्फ शुभम विश्वकर्मा फरार हैं।
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आप सुन रहे थे रीना सिंह से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज में ब्रहस्पतिवार 21 जनवरी 2021 का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन। शुक्रवार 22 जनवरी 2021 को एक बार फिर हम आडियो बुलेटिन लेकर हाजिर होंगे, अगर आपको यह आडियो बुलेटिन पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब जरूर करें, सब्सक्राईब कैसे करना है यह हर वीडियो के आखिरी में हम आपको बताते हैं। फिलहाल इजाजत लेते हैं, नमस्कार।
(साई फीचर्स)
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