शहडोल नागपुर सवारी रेलगाड़ी का उद्घाटन टला, सिवनी में रेल सुविधाएं कब आएंगी पटरी पर!

पेंचव्हेली रेल कब चल पाएगी सिवनी से!, नागपुर जबलपुर के बीच दिन में रोजाना नहीं है सीधी रेलगाड़ी
(विनीत खरे)


नई दिल्ली (साई)। मामला चाहे केंद्र सरकार का हो या राज्य सरकार का, सिवनी की झोली में पिछले दो तीन दशकों से वही आ रहा है जो नीतिगत मामलों के तहत आ सकता है। जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से विशेष उपलब्धियों के मामले में सिवनी की गागर सूनी ही मानी जा सकती है। 29 अगस्त को शहडोल से नागपुर चलने वाली साप्ताहिक सवारी रेलगाड़ी का उद्घाटन भी टल गया है।
शहडोल संसदीय क्षेत्र की लोकसभा सांसद हिमाद्री सिंह के सोशल मीडिया फेसबुक अकाऊॅट पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। 28 अगस्त की शाम उनके द्वारा एक पोस्ट अपने अकाऊॅट में पोस्ट की गई है। इस पोस्ट में बताया गया है कि शहडोल से नागपुर के बीच चलने वाली साप्ताहिक रेलगाड़ी 11201 एवं 11202 जिसकी उद्याटन रेलगाड़ी क्रमांक 08287 को 29 अगस्त को शहडोल से रवाना किया जाना था उसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है।
उनकी पोस्ट में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के उप उप परिचालन प्रबंधक अर्जुन सिबल के हवाले से एक पत्र भी पोस्ट किया गया है जो 28 अगस्त का है। इस पत्र में 25 अगस्त को बिलासपुर स्थित प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक के कार्यालय से जारी आदेश का हवाला दिया गया है, जिसमें इस रेलगाड़ी का उद्याटन 29 अगस्त को किया जाना प्रस्तावित था, को अगली तिथि तक के लिए स्थगित किया जाना दर्शाया गया है।
इधर, रेलवे बोर्ड के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी से होकर नई रेलगाड़ियों का परिचालन 24 अप्रैल से आरंभ किया गया था। सिवनी के प्रतिनिधि अगर चाहते तो मई माह से ही सिवनी से रायपुर, इंदौर, नागपुर, जबलपुर, मुंबई, बंग्लुरू आदि शहरों के लिए सीधी रेल सेवा आरंभ हो सकती थी।
सूत्रों का कहना था कि प्रतिनिधि अगर चाहते तो एक्ज्यूक्यूटिव डायरेक्टर टाईम टेबिल (ईडीटीटी) से चर्चा कर सिवनी जिले का पक्ष वजनदारी से रखते हुए इन रेलगाड़ियों की समय सारणी इस तरह की बनवा सकते थे कि सिवनी से कमोबेश हर शहर में आना जाना सटीक समय पर हो पाता और दूरी को भी कम समय में ही पाटा जा सकता था, किन्तु प्रतिनिधियों की कथित उदासीनता के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है।
सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिए हैं कि रेल सुविधाओं के मामले में सिवनी जिले को समृद्ध होने में अभी समय है। नागपुर से जबलपुर के बीच इटारसी अथवा गोंदिया होकर जबलपुर आने जाने वाली रेलगाड़ियों को डायवर्ट कराने की दिशा में भी रेलवे विचार कर रहा है ताकि इटारसी नागपुर एवं रायपुर नागपुर ट्रेक पर यातायात का दबाव कम किया जा सके।
सूत्रों ने कहा कि कुछ सवारी रेलगाड़ियों को अगर सिवनी से होकर डायवर्ट भी कर दिया जाता है तो उन रेलगाड़ियों का ठहराव नैनपुर और छिंदवाड़ा में इसलिए सुनिश्चित किया जाएगा, क्योंकि दोनों ही रेलवे स्टेशन्स पर इंजन की दिशा को बदलना जरूरी होगा, किन्तु सिवनी में इनका ठहराव, सिवनी के प्रतिनियों की सक्रियता पर ही निर्भर करता है।
सूत्रों ने कहा कि सिवनी के प्रतिनिधि अगर रेलवे बोर्ड पर दबाव बनाते हैं तो अनेक पुराने कोच जो जगह जगह रेलवे स्टेशन्स के पास खड़े हैं, उनको लिया जाकर पेंचव्हेली एक्सप्रेस को गोंदिया, बालाघाट, नैनपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा के रास्ते भोपाल इंदौर तक लाया ले जाया जा सकता है, पर यह प्रतिनिधियों की मंशा पर ही निर्भर करता है।
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा नेरोगेज पर चलने वाली नागपुर जबलपुर के बीच सवारी रेलगाड़ी को भी सुबह और शाम नागपुर एवं जबलपुर के बीच चलाया जा सकता है, पर यह भी प्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति पर ही निर्भर करता है।
मजे की बात तो यह है कि शहडोल से नागपुर के बीच चलने वाली साप्ताहिक रेलगाड़ी भले ही मण्डला और बालाघाट संसदीय क्षेत्र के नैनपुर और सिवनी में रूकेगी और यह भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि होने के बाद भी सिवनी जिले के नागरिकों के लिए मण्डला और बालाघाट के सांसदों के अलावा भाजपा के द्वारा भी किसी तरह की पत्र विज्ञप्ति अखबरों में देना मुनिसिब नहीं समझा है।