‘’सिवनी जम्‍बो सीताफल” बायर-सेलर मीट का हुआ आयोजन

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल के मार्गदर्शन में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा स्थानीय सीताफल उत्पादकों को अच्छा मूल्य दिलाए जाने एवं सिवनी में उत्‍पादित सिवनी जंबो सीताफल के क्रय-विक्रय एवं प्रचार-प्रसार हेतु विगत 4 अक्‍टूबर को जिले के छपारा विकासखंड के भूतबंधानी सीताफल क्लस्टर के खैरमटाकोल ग्राम में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन (बायर-सेलर मीट) एवं सीताफल संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया।

उक्त सम्मेलन में सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन, विधायक श्री दिनेश राय, जनपद अध्यक्ष श्री सदम सिंह बरकड़े एवं सरपंच श्री अवधलाल मरकाम उपस्थित रहे l साथ ही बडी संख्‍या में सीताफल के क्रेता-विक्रेता, कृषक, स्‍व-सहायता समूह सदस्‍य, सीताफल संग्राहक, उद्यमी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

सांसद डॉ. बिसेन ने उपस्थित क्रेता-विक्रेता/कृषक बंधुओ से क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से उत्‍पादित सीताफल की अधिक उपज प्राप्त करने के लिए जैविक खाद डाल कर नियमित कटाई-छटाई करने हेतु सलाह दी गई। इसी तरह विधायक श्री दिनेश राय मुनमुन ने उपस्थित क्रेता-विक्रेता /कृषकों को सीताफल की मंडी भूत बंधानी में लगाए जाने हेतु हर संभव मदद का आश्‍वासन दिया गया एवं समझाईश दी गई कि भूत बंधानी का सीताफल गांव से ही बेचने का प्रयास करें।

सहायक संचालक उद्यानिकी डॉ. आशा उपवंशी-वासेवार द्वारा किसानों को उनकी फसल को ग्रैडिंग कर बेचने की समझाईश दी गई जिससे कि उनके उत्पाद का अधिक मूल्य प्राप्त हों। अभी तक जिले में सीताफल के 3 FPO बनाए जाने एवं 03 प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित गई हैं की जानकारी भी दी गई।

कार्यक्रम में उपस्थित नागपुर से पधारे दिनशॉ फूड प्रा.लि.मि. के वाइस प्रेसीडेंट श्री सुशील वर्मा जी के द्वारा किसानों को गुणवत्‍ता युक्‍त सीताफल पल्प का उत्पादन करने की जानकारी से अवगत कराते हुए बताया गया कि यदि किसान/उद्यमी गुणवत्‍ता यूक्‍त पल्‍प तैयार कर लेगे तो कम्‍पनी 50 मीट्रिक टन से भी अधिक सीताफल पल्प इसी साल से खरीदने तैयार है।

आयोजन में जनपद अध्‍यक्ष छपारा श्री सदम बरकडे, सरपंच श्री अवध लाल मरकाम, कृषि विज्ञान केन्‍द्र सिवनी के वैज्ञानिक डॉ. निखिल सिंह, उप वन मंडल अधिकारी श्री गोपाल सिंह, श्री लालचंद धुर्वे, सकल धुर्वे, दिनेश परते एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों के साथ लगभग 150 सीताफल उत्‍पादक/संग्राहकों तथा क्रेताओं की उपस्थिति रही।