(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर ने बताया कि बाल्यकालीन बीमारियों एवं कुपोषण में कमी लाने हेतु साक्ष्य आधारित हस्तक्षेप के रूप में शासन द्वारा 9 माह से 5 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को वर्ष में 2 बार विटामिन ए घोल के अनुपूरण करायें जाने के दिशा-निर्देश दिये गये है।
इसके अनुपालन में जिले में दस्तक अभियान के माध्यम से प्रतिवर्ष 2 चरणों में हितग्राही बच्चों को विटामिन ‘ए’ अनुपूरण सुनिश्चित किए जाने के उद्देश्य से दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन दिनांक 30 जनवरी 2024 से 28 फरवरी 2024 के मध्य किया जा रहा है।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों का विटामिन ‘ए’ अनुपूरण एवं दस्तक अभियान प्रथम चरण में 6 माह से 5 वर्ष के चिन्हित एनीमिक बच्चों में डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से हीमोग्लोबिन की फॉलोअप जांच एवं प्रबंधन किया जाएगा।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आर.के.धुर्वे ने बताया कि जिले में अभियान अंतर्गत 1,59,837 बच्चों को विटामिन ‘ए’ घोल की खुराक दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बच्चों में विटामिन ए अनुपूरण के कई लाभ होंगे जिसमें यहां बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक, बच्चों की वृद्धि एवं विकास में सहायक, आंखो संबंधी समस्या के निदान में सहायक, मीजल्स से होने वाली मृत्यु में कमी, विटामिन ए के अनुपूरण से 20 प्रतिशत शिशु मृत्यु को कम किया जा सकता है।
दस्तक अभियान में एएनएम द्वारा तथा एएनएम की निगरानी में आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सेवाएं दी जावेगी। ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दिन विटामिन ए अनुपूरण तथा शेष सेवायें दी जावेगी तथा छूटे हुए बच्चों को दूसरे दिन मॉपअप दिवस में घर-घर जाकर एएनएम की निगरानी में विटामिन ए का अनुपूरण किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर ने आमजनों से अपील की है कि अपने नजदीकी टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलायें।